Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: Jul 12, 2023, 08:33 PM (IST)
Online Fraud: मुंबई के एक डॉक्टर को ऑनलाइन समोसा ऑर्डर करना भारी पड़ गया। साइबर ठगों ने डॉक्टर के अकाउंट से 1.4 लाख रुपये की ठगी कर ली। इससे पहले पुणे के एक युवक से लोकप्रिय पिज्जा चेन की फ्रेंचाइजी के नाम पर 1 करोड़ रुपये की चपत लगी है। भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले पिछले कुछ साल में तेजी से बढ़े हैं। गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना महामारी के बाद से साइबर फ्रॉड के मामलों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। टूर पर गए मुंबई के डॉक्टर ने 25 प्लेट समोसा ऑर्डर किया था। और पढें: Online Scam: कभी नहीं होंगे स्कैम का शिकार, ऐसे पहचानें और करें खुद का बचाव
मुंबई पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, KEM अस्पताल के एक डॉक्टर ने अपने साथियों के साथ करजात में आउटिंग करने का प्लान बनाया। आउटिंग की तैयारी के दौरान डॉक्टर और उनके साथियों ने समोसा खाने का मन बनाया। उन्होंने ऑनलाइन एक रेस्टोरेंट का फोन नंबर निकाला और समोसा ऑर्डर करने के लिए कॉल किया। कॉल के दौरान साइबर अपराधी ने उससे 1,500 रुपये भुगतान करने के लिए कहा। और पढें: Delivery Scam: मंगाई 300 रुपये की लिपस्टिक, लगा लाख रुपये का चूना
डॉक्टर के पास एक WhatsApp मैसेज आता है, जिसमें ऑर्डर नंबर के साथ-साथ बैंक अकाउंट नंबर दर्ज होता है, जहां ऑनलाइन पेमेंट करना था। डॉक्टर ने दिए गए डिटेल्स पर 1,500 रुपये का ऑनलाइन पेमेंट किया। साइबर अपराधी ने डॉक्टर को इस पेमेंट के लिए एक ट्रांजैक्शन आईडी जेनरेट करने के लिए कहा। और पढें: ऑनलाइन स्कैम के खतरनाक तरीके, सरकार ने किया अलर्ट
डॉक्टर ने जैसे ही ट्रांजैक्शन आईडी जेनरेट करने के निर्देशों का पालन करना शुरू किया उसके अकाउंट से पहले 28,807 रुपये का भुगतान हुआ। इस तरह कुल मिलाकर चंद सेकेंड्स में 1.4 लाख रुपये अकाउंट से कट गए। पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर ने मुंबई के भोलवाडा पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज की।
कुछ दिन पहले पुणे के एक युवक से 1 करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। भारत में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए युवक एक मशहूर पिज्जा चेन की फ्रेंचाइजी लेना चाहता था। 9 जून को उसने ऑनलाइन फॉर्म भरा और साइबर अपराधियों ने युवक को टारगेट करते हुए अकाउंट से एक के बाद एक करके 1 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। युवक को इसके बारे में तब पता चला, जब उसने देखा कि वो सभी ट्रांजैक्शन किसी इंडिविजुअल अकाउंट पर कर रहा है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।