
Written By Manisha
Published By: Manisha | Published: May 17, 2023, 08:09 PM (IST)
Meta India Partnerships Head Resigns: फेसबुक की पेरेंट कंपनी Meta में इस्तीफे का दौर जारी है। पिछले 6 महीने के अंदर एक के बाद एक बड़े अधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब इस क्रम में चौथा इस्तीफा शामिल हो गया है, जो कि मेटा इंडिया के डायरेक्टर और हेड ऑफ पार्टनरशिप मनीष चोपड़ा ने दिया है। बता दें, मनीष ने मेटा कंपनी जनवरी 2019 में जॉइन की थी। तकरीबन 4 साल के करियर के बाद अब उन्होंने मेटा को अलविदा कहने का फैसला ले लिया है। और पढें: दीपिका पादुकोण की आवाज में Meta AI करेगा बात, अब स्मार्ट ग्लासेस से ही होगा UPI पेमेंट
Meta India के डायरेक्टर और हेड ऑफ पार्टनरशिप मनीष चोपड़ा ने अपने इस्तीफे का ऐलान LinkedIn पोस्ट के जरिए किया है। साथ ही उन्होंने उन सभी लोगों का धन्यवाद किया, जिन्होंने मेटा बिजनेस का विस्तार पूरे देश में करने में मदद की। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि वह जल्द ही अपने जीवन का नया चरण शुरू करने जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने आगे का प्लान फिलहाल सार्वजनिक नहीं किया है। और पढें: Facebook पर दोबारा लौटा LinkedIn वाला फीचर, घर बैठे मिलेगी नौकरी
मनीष चोपड़ा का इस्तीफा यकीनन मेटा के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा, क्योंकि मेटा इंडिया कंपनी ने पिछले 6 महीने के अंदर कई बड़े रिजाइन हो चुके हैं। और पढें: Instagram यूजर्स के लिए खुशखबरी, अब अपनी भाषा में देख सकेंगे Reels
इससे पहले पिछले साल Meta India के हेड अजील मोहन ने अपना इस्तीफा दिया था। इसके बाद नंबर में खबर आई कि मेटा पब्लिक पॉलिसी हेड राजीव अग्रवाल भी कंपनी को अलविदा कह दिया है। इसके बाद Whatsapp India के हेड अभिजीत बोस ने भी कंपनी छोड़ने का फैसला लेकर सबको हैरान कर दिया था। अब इस लिस्ट में मनीष चोपड़ा का नाम भी शामिल हो गया है, जिन्होंने मई 2023 में कंपनी से इस्तीफा दे दिया है।
मेटा से अलग होने के बाद अजीत मोहन ने स्नैप और राजीव अग्रवाल ने सैमसंग कंपनी से हाथ मिला लिया था। वहीं, अभिजीत बोस ने जानकारी दी थी कि वह अपना नया स्टार्टअप वेंचर शुरू करने जा रहे हैं।
Meta कंपनी ने पिछले साल नवंबर महीने में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की थी। नवंबर में सबसे पहल मेटा ने 11,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा गया था, जिसकी जानकारी खुद मेटा के सीईओ Mark Zuckerberg ने दी थी। 9 नवंबर के ब्लॉग पोस्ट में मार्क ने जानकारी दी कि थी कि वह Meta के इतिहास में किए गए सबसे कठिन फैसला शेयर करने जा रहे हैं। उन्होंने अपनी टीम को तकरीबन 13 प्रतिशत कम करने का फैसला लिया है। इस फैसले के तहत 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। इसके बाद कंपनी ने फिर से 10,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी।