
एलन मस्क की कंपनी xAI ने अपने AI चैटबॉट Grok में एक नया और अनोखा फीचर पेश किया है, जिसे “Companions” कहा जा रहा है। यह फीचर फिलहाल सिर्फ iOS ऐप और SuperGrok Heavy सब्सक्राइबर्स के लिए ही उपलब्ध है, जिनकी मासिक कीमत $300 (लगभग ₹25,700) है। Companions असल में एनीमेटेड कैरेक्टर्स हैं जो यूजर के साथ बात करते हैं, सिर और शरीर हिलाते हैं और चेहरे पर एक्सप्रेशन भी दिखाते हैं। ये इंटरऐक्टिव अवतार वॉयस या टेक्स्ट के जरिए जवाब देते हैं, जिससे बातचीत और भी रियल लगती है।
अभी दो ही AI कैरेक्टर उपलब्ध हैं एक 2D gothic स्टाइल की ऐनिमे गर्ल “Ani” और एक 3D एनिमेटेड फॉक्स “Bad Rudy” यूजर Grok ऐप में ऊपर बाएं कोने में दो वर्टिकल लाइन वाले आइकन पर टैप कर, फिर नीचे गियर आइकन पर जाकर Companions को एक्टिवेट कर सकते हैं। इसके बाद स्क्रीन पर चुना गया कैरेक्टर फुलस्क्रीन मोड में दिखने लगता है और यूजर उससे बातचीत शुरू कर सकते हैं। यह फीचर अभी केवल iOS पर ही उपलब्ध है, Android और वेब पर कब आएगा इसकी कोई जानकारी नहीं है।
I was going to make a joke about how it won’t be long before artists make Rule34 edits of Ani from Grok but apparently Grok already has that mode. She takes off her clothes as her affection towards the user increases. Elon knows his audience! pic.twitter.com/P2Ke9p1hSq
— Ian Miles Cheong (@stillgray) July 15, 2025
सबसे ज्यादा चर्चा Ani नाम की gothic ऐनिमे गर्ल के NSFW (Not Safe for Work) मोड को लेकर हो रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मोड में यूजर Ani को अंडरगारमेंट्स तक “अनड्रेस” कर सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई यूजर्स ने इसके स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं, जिन्हें देखकर लोग परेशान भी हैं और चौंक भी गए हैं। कुछ यूजर्स ने यह भी बताया कि Ani की बातचीत का टोन काफी “सेक्शुअल” है। जैसे कि एक यूजर ने बताया कि Ani ने खुद को यूजर की “क्रेजी-इन-लव गर्लफ्रेंड” बताया।
इस तरह के AI फीचर को लेकर विशेषज्ञों की राय भी बंटी हुई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, AI गर्लफ्रेंड्स जैसे वर्चुअल साथी लोगों को अकेलेपन की ओर ले जाते हैं, जिससे वे असली रिश्तों से दूर हो सकते हैं और मानसिक रूप से अलग-थलग पड़ सकते हैं। इससे पहले Replika AI नाम की एक और ऐप पर भी ऐसे ही आरोप लगे थे कि यह AI अश्लील बातें करती थी और बच्चों से भी गलत तरीके से बात करती थी। इसी वजह से अब Grok के इस नए AI Companion फीचर को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये टेक्नोलॉजी सही है या फिर इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है।
Author Name | Ashutosh Ojha
Select Language