Published By: Harshit Harsh | Published: Mar 17, 2023, 07:00 PM (IST)
Apple जल्द ही Samsung, Oppo और Motorola की तरह फोल्डेबल स्मार्टफोन लॉन्च कर सकता है। सामने आ रही रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल का पहला फोल्डेबल iPhone 2025 में लॉन्च हो सकता है। एप्पल ने अपने फोल्डेबल डिवाइस के लिए पेटेंट फाइल किया है, जिसमें नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, iPhone और iPad के मॉडल्स में फ्लेक्सिबल फोल्डेबल स्क्रीन का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसकी वजह से ऊंचाई से गिरने पर भी आईफोन और आईपैड की स्क्रीन नहीं टूटेगी। और पढें: Apple MacBook Pro M6: पहली बार आ सकती है टच OLED स्क्रीन, Face ID से होगा लैस, जानें कब होगा लॉन्च
एप्पल की नई टेक्नोलॉजी ऑटोमैटिकली डिवाइस का गिरना डिटेक्ट कर लेगी और डिवाइस की स्क्रीन को फोल्ड कर देगी, ताकि गिरने के बाद डिवाइस कम से कम डैमेज हो सके। पेटेंट के मुताबिक, फोल्डेबल डिवाइस की स्क्रीन का एंगल 180 डिग्री से कम होगा, जो डिवाइस को गिरने की वजह से डैमेज होने से बचाएगा। और पढें: Apple Vision Pro हुआ अपग्रेड, M5 चिप के साथ मिलेगी बड़ी बैटरी, इतनी है कीमत
एप्पल के अपकमिंग फोल्डेबल डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के पेटेंट को USPTO (यूनाइटेड स्टेट्स पेटेंट एंड ट्रेडमार्क ऑफिस) में स्पॉट किया गया। इस पेटेंट में iPhones और iPads यूनिट के स्क्रीन के सेफ्टी फीचर की जानकारी मिली है। एप्पल इन फोल्डेबल डिवाइसेज में सेल्फ रिट्रेक्टिंग डिस्प्ले डिवाइस एंड टेक्नीक का इस्तेमाल करेगा। इसके लिए मोटोराइज्ड फोल्डिंग डिवाइस मेकेनिज्म का इस्तेमाल किया जाएगा, जो आंशिक या पूर्ण रूप से डिवाइस की स्क्रीन को गिरते समय फोल्ड कर देगा। और पढें: Apple ने M5 Chip के साथ लॉन्च किया 14-inch MacBook Pro, जानें कीमत और फीचर्स
Samsung, Oppo, Motorola के फोल्डेबल डिवाइसेज की स्क्रीन अल्ट्रा थिन ग्लास से बनी होती है, जो गिरने की वजह से आसानी से टूट सकती है। एप्पल द्वारा पेटेंट कराए जाने वाली टेक्नोलॉजी की वजह से गिरते समय डिवाइस के डिस्प्ले को फोल्ड करके बचा सकेगा।
Apple इस अपकमिंग फोल्डेबल डिवाइसेज के लिए एक सेंसर का इस्तेमाल कर सकता है, जो वर्टिकल एक्सीलरेशन को डिटेक्टकर लेगा। फोन के गिरते समय डिवाइस की मूवमेंट को सेंसर से कैप्चर किया जाएगा और इसमें लगे मोटोराइज्ड हिंज फोन के डिस्प्ले को ऑटोमैटिकली फोल्ड कर देगा। इसकी वजह से फोन के डिस्प्ले के टूटने की संभावना कम हो जाएगी।