
Snapchat एक बार फिर कुछ नया करने जा रहा है। दरअसल, स्नैपचैट की AR टेक्नोलॉजी के बारे में अधिकतर लोग जानते हैं और उसका इस्तेमाल भी कई लोग करते हैं। अब कंपनी ने अपने AR Lens Studio में एक नई टेक्नोलॉजी शामिल करने का फैसला लिया है। इसके बाद AR artifacts को पहले ज्यादा आकर्षक और जीवंत बनाने में मदद मिलेगी।
स्नेपचैट में AR Lens Studio के लिए Ray Tracing Technology को शामिल किया जा रहा है। इसके बाद AR artifacts (AR से तैयार किए मॉडल या डिजाइन) पर रिएलिस्टिक लाइट और शाइन पड़ेगी। मोबाइल स्तर पर Ultra-Realistic Quality लाने के लिए Ray Tracing को शामिल किया जा रहा है। स्नैपचैट ने Ray Tracing टेक्नोलॉजी के लिए Tiffany & Co. के साथ पार्टनरशिप की है।
Ray tracing एक रेंडरिंग तकनीक है, जो कंप्यूटर ग्राफिक्स में एक रिएलिस्टिक इमेज तैयार करने में किया जाता है। इसमें लाइट्स का ऐसा कॉम्बीनेशन तैयार किया जाता है, जैसे फिजिकल एनवायरमेंट में होता है। स्नैपचैट की यह नई टेक्नोलॉजी वर्चुअल फोटो या ग्राफिक्स से तैयार फोटो पर लाइट्स आदि का ऐसा कॉम्बीनेशन तैयार करती है, जिससे वह एकदम असली के समान लगता है।
Snapchat शॉपिंग लेंस क्रिएशन एरिया को बेहतर बनाने के लिए काफी मेहनत की है। उसने 25 करोड़ स्नैपचैट यूजर्स को AR Shopping Lenses के जरिए जोड़ा रखा है। Ray tracing आने के बाद स्नैपचैट को बड़ी सोशल मीडिया कंपनियों से मुकाबला करने में आसानी होगी। बड़ी सोशल मीडिया कंपनियों में Instagram और फेसबुक के Messenger के नाम शामिल है।
Snapchat ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन के साथ भी काम कर रहा है, जिसमें वह ऑग्यूमेंटेड रिएलिटी के वर्चुअल फीचर का इस्तेमाल करके शॉपिंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने का काम करेगा।
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