Written By Ajay Verma
Published By: Ajay Verma | Published: May 05, 2025, 02:07 PM (IST)
Skype Shut Down: टेक जाइंट माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सबसे पॉपुलर ऐप स्काइप को बंद करने का फैसला लिया है। आज यानी 5 मई 2025 के बाद से दुनियाभर के यूजर्स वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। माना जा रहा है कि यह कदम माइक्रोसॉफ्ट टीम्स (Microsoft Teams) को वीडियो और ऑडियो कॉलिंग के लिए प्राइमरी प्लेटफॉर्म बनाने की दिशा में उठाया गया है। इससे कम्युनिकेशन भी बेहतर होगी। और पढें: Microsoft CEO Satya Nadella का बड़ा बयान, सिर्फ पढ़ाई से नौकरी नहीं बचेगी, ये क्वालिटी भी सीखना है जरूरी
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि हम अपने यूजर्स को बेहतर और सीमलेस कम्युनिकेशन प्रदान करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट टीम्स पर फोकस कर रहे हैं। इसलिए हमने Skype को बंद करने का निर्णय लिया है। आपको बता दें कि स्काइप को साल 2003 में लॉन्च किया गया था। कोविड-19 के दौरान ऑनलाइन मीटिंग के लिए इस प्लेटफॉर्म का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया था। और पढें: Windows 11 यूजर्स के लिए बड़ी खबर, लॉक स्क्रीन पर पासवर्ड ऑप्शन नहीं दिख रहा, Microsoft ने बताई वजह
कंपनी ने अपने यूजर्स को स्काइप की जगह टीम्स का उपयोग करने का आग्रह किया है। इसके लिए यूजर्स को स्काइप की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर ‘Start Using Team’ फीचर का इस्तेमाल करना होगा। इससे यूजर्स को टीम्स में स्काइप चैट व कॉन्टैक्ट का एक्सेस मिल जाएगा। अच्छी बात यह है कि इसके लिए नई आईडी बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और स्काइप आईडी से ही लॉग-इन किया जा सकेगा। और पढें: 15 जनवरी के बाद WhatsApp पर नहीं चलेगा ये AI असिस्टेंट, Meta की नई पॉलिसी के तहत हुआ बड़ा बदलाव
Seamlessly continue where you left off with Microsoft Teams for free.
Teams for free offers:
✅ Seamless chat and calling experience
📸 Enhanced video meetings
🗂️ Secure file sharing and cloud storageIf you use Skype, your chats and contacts will migrate… pic.twitter.com/F0Z8QQCGCr
— Skype (@Skype) April 3, 2025
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो साल 2011 में माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप को 8.5 बिलियन डॉलर में खरीदा था, जिसका उद्देश्य इसे कम्युनिकेशन के लिए प्राइमरी प्लेटफॉर्म बनाना था, लेकिन व्हाट्सएप, जूम और गूगल मीट के आने से स्काइप को जबरदस्त टक्कर मिली। बढ़ती प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखकर माइक्रोसॉफ्ट टीम्स को उतारना पड़ा, जो यूजर्स के बीच तेजी से पॉपुलर हुआ।
माइक्रोसॉफ्ट की बढ़ती पॉपुलैरिटी के कारण स्काइप की लोकप्रियता तेजी से कम होने लगी। यही कारण है कि इस ऐप को बंद करने का फैसला लिया गया।