
पीएम मोदी ने Deepfake Video को भविष्य के लिए बड़ी चुनौती बताया है। इसकी वजह से भारत जैसे अलग-अलग संस्कृति वाले देश में संकट पैदा हो सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दुरुपयोग से बनाए गए डीपफेक वीडियो भविष्य में संकट पैदा कर सकते हैं। पीएम मोदी ने आज नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के दिवाली मिलन समारोह में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैनें भी अपना एक ऐसा ही डीपफेक वीडियो देखा है, जिसमें मैं गरबा कर रहा हूं, गा रहा हूं। पिछले दिनों बॉलीवुड और साउथ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था, जो काफी चर्चा में रहा था।
PM मोदी ने कहा, “मैंने हाल ही में एक वीडियो देखा जिसमें मैं गरबा गीत गाते हुए नजर आ रहा था। ऐसे कई अन्य वीडियो ऑनलाइन हैं।उन्होंने कहा, Deepfake का उपयोग जानबूझकर गलत जानकारी फैलाने के लिए किया जाता है या उनके उपयोग के पीछे कोई दुर्भावनापूर्ण इरादा हो सकता है। उन्हें लोगों को परेशान करने, डराने, नीचा दिखाने और कमज़ोर करने के लिए डिजाइन किया जा सकता है। डीपफेक महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में गलत सूचना और भ्रम भी पैदा कर सकते हैं।
#WATCH | PM Modi says, ” …There is a challenge arising because of Artificial Intelligence and deepFake…a big section of our country has no parallel option for verification…people often end up believing in deepfakes and this will go into a direction of a big challenge…we… pic.twitter.com/akT17qGNGO
— ANI (@ANI) November 17, 2023
पीएम मोदी ने कहा कि यह हमारे लिए चुनौती इसलिए है क्योंकि इस तरह के वीडियो को वेरिफाई करने के लिए कोई सामानांतर विकल्प मौजूद नहीं है। यहां के लोग इस तरह के वायरल होने वाले डीपफेक वीडियो पर आसानी से विश्वास कर लेंगे, जो आगे चलकर बड़ी समस्या पैदा कर सकता है। हमें लोगों को इसके बारे में शिक्षित करने की जरूरत है। हमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीपफेक के बारे में लोगों को समझाने के लिए कार्यक्रम चलाना होगा, कैसे यह काम करता है, क्या किया जा सकता है, इससे क्या समस्याएं पैदा हो सकती है? मैनें भी अपना एक गरबा करने वाला डीपफेक वीडियो देखा है।
पिछले दिनों रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो वायरल होने के बाद केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर कहा कि डीपफेक नया है और बहुत खतरनाक है। यह अफवाह फैलाने का बड़ा जरिया बन सकता है। इस तरह के वीडियो से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निपटने की जरूरत है। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि IT नियमों में इस तरह के मामलों को कानून के दायरे में लाने की जरूरत है। रश्मिका का वीडियो वायरल होने पर केन्द्रीय मंत्री ने साइबर लॉ डिवीजन को डीपफेक को लेकर फरवरी 2023 में भेजे गए एडवाइजरी पर फॉलो-अप भी लिया।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Harshit Harsh
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