
गूगल ने अपने नए AI वीडियो जनरेशन मॉडल Veo 3 को अब Gemini API के जरिए डेवलपर्स के लिए उपलब्ध करा दिया है। कंपनी ने गुरुवार को अपने ब्लॉग पोस्ट में इसकी जानकारी दी। अब डेवलपर्स इस नई टेक्नोलॉजी की मदद से ऐप्स में वीडियो जनरेशन फीचर जोड़ सकते हैं या पूरी तरह नए ऐप्स बना सकते हैं। गूगल ने इसके साथ-साथ इसकी कीमत का भी ऐलान किया है, जो इसके पुराने वर्जन Veo 2 से ज्यादा है। फिलहाल डेवलपर्स Veo 3 को Google AI Studio के जरिए API एक्सेस कर सकते हैं।
गूगल ने बताया कि Veo 3 सिर्फ उन्हीं डेवलपर्स को यूज करने के लिए मिलेगा जिनके पास पेड सब्सक्रिप्शन या वैध API Key है। गूगल AI Studio के जरिए API को एक्सेस किया जा सकता है, साथ ही SDK टेम्पलेट और एक इंटरऐक्टिव Starter ऐप भी उपलब्ध कराया गया है। इस नए मॉडल की मदद से अब वीडियो के साथ-साथ ऑडियो भी जनरेट किया जा सकेगा। Veo 3 को इस साल मई में Google I/O 2025 के इवेंट में पहली बार पेश किया गया था।
Veo 3 just landed in paid preview in the Gemini API! 🧵
(video generated by Veo in the Gemini API!) pic.twitter.com/VjVXq5fQZA— Christina Warren (@film_girl) July 17, 2025
कीमत की बात करें तो गूगल ने Veo 3 की कीमत $0.75 प्रति सेकंड (लगभग ₹65) रखी है। यानी अगर कोई डेवलपर 8 सेकंड का वीडियो बनाना चाहे तो उसे लगभग $6 (₹520) खर्च करने होंगे। एक मिनट का वीडियो जनरेट करने में $45 (करीब ₹3,900) लगेंगे। इसके पहले वर्जन Veo 2 की कीमत $0.5 (₹43) प्रति सेकंड थी, यानी नया मॉडल काफी महंगा है। गूगल ने यह भी जानकारी दी है कि जल्द ही Veo 3 का एक Fast वर्जन भी लाया जाएगा, जो सस्ता और फास्ट होगा, हालांकि इसकी लॉन्च डेट अभी घोषित नहीं की गई है।
Veo 3 की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह 720p रेजोल्यूशन और 24fps (फ्रेम प्रति सेकंड) में 16:9 फॉर्मेट में वीडियो बना सकता है। इसके साथ जनरेटेड ऑडियो भी खुद-ब-खुद जुड़ेगा। इसके अलावा कंपनी ने बताया कि हर AI जनरेटेड वीडियो में SynthID वॉटरमार्क जोड़ा जाएगा ताकि इसका गलत इस्तेमाल न हो सके और Deepfake जैसी समस्याओं से बचा जा सके। यह फीचर फिलहाल सिर्फ Google AI Pro और Google AI Ultra यूजर्स को मिलेगा। फ्री यूजर्स के लिए यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
Author Name | Ashutosh Ojha
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