
Google Chrome वेब ब्राउजर को यूजर्स अब कई Android स्मार्टफोन में इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। गूगल का यह वेब ब्राउजर पिछले डेढ दशक से करोड़ों मोबाइल और डेस्कटॉप यूजर्स की पहली पसंद है। गूगल ने हाल ही में Chrome व्राउजर का वर्जन 119 रोल आउट किया है। इसके अगले वर्जन यानी Chrome 120 को पुराने Android स्मार्टफोन में इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। गूगल ने अपने एंटरप्राइज और एजुकेशन पेज पर इस बात की जानकारी शेयर की है। इसके Coming Soon सेक्शन में कंपनी ने लिखा है कि Chrome 119 अब तक का सबसे फास्ट ब्राउजर है। यह Android 7 (Nougat) के लिए Chrome का आखिरी अपडेट है। वहीं, Android 6 में केवल Chrome 107 वर्जन ही सपोर्ट करेगा।
गूगल क्रोम ब्राउजर के स्टेबल वर्जन को साल 2008 में रोल आउट किया गया था। Android यूजर्स के लिए यह ब्राउजर सबसे पहले 2012 में आया था। इसके बाद से यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मोबाइल ब्राउजर बना हुआ है। गूगल ने Android 7.0 को साल 2016 में रिलीज किया था। यह ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे पहले Google Pixel में आया था। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को फिलहाल केवल 2.6 प्रतिशत स्मार्टफोन में इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में इससे ज्यादा यूजर्स प्रभावित नहीं होंगे।
गूगल अपने अगले Chrome 120 अपडेट में कई तरह के बदलाव लाने वाला है। इसमें AI बेस्ड फीचर भी मिल सकता है, जो पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम में सपोर्ट नहीं करेगा। नए क्रोम ब्राउजर 120 में ओमनिबॉक्स और टूलबार के साथ नया विजुअल डिस्प्ले ऑप्शन मिलेगा। जिस तरह से गूगल अपने क्रोम ब्राउजर का सपोर्ट पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम से हटा रहा है। अगले साल तक गूगल क्रोम का सपोर्ट Android 8 यानी Android Oreo में बंद हो सकता है।
पुराने Android डिवाइस में लेटेस्ट गूगल क्रोम अपडेट नहीं मिलने पर हैकर्स आसानी से उसे हैक कर सकते हैं। गूगल क्रोम ब्राउजर के हर नए अपडेट के साथ सिक्योरिटी फीचर्स जोड़े जाते हैं, जो हैकर्स को डिवाइस एक्सेस करने से बचाते हैं। इसके अलावा यूजर्स को नए फीचर्स भी नहीं मिलेंगे।
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