Published By: Harshit Harsh | Published: Apr 26, 2023, 04:14 PM (IST)
OpenAI ने ChatGPT के लिए Incognito Mode प्राइवेसी फीचर रोल आउट किया है। यह फीचर यूजर और चैटबॉट के बीच के कन्वर्सेशन को प्राइवेट रखेगा यानी यह यूजर्स और चैटबॉट की बीच हुई बातचीत को रिकॉर्ड नहीं करेगा। सेनफ्रेंसिस्को बेस्ड स्टार्ट-अप कंपनी फिलहाल इस फीचर को ChatGPT Business सब्सक्रिप्शन वाले यूजर्स के लिए टेस्ट कर रही है। प्रीमियम यूजर्स को इस फीचर के साथ-साथ अतिरिक्त डेटा कंट्रोल के फीचर्स भी मिलेंगे। और पढें: Disney और OpenAI की हुई बड़ी डील, अब बस प्रॉम्प्ट में बना पाएंगे Mickey Mouse और Iron Man जैसे कैरेक्टर्स के साथ वीडियो या इमेज
स्टार्ट-अप कंपनी ने ChatGPT के कई कन्वर्सेशन लीक होने के बाद यह फीचर लाने का फैसला किया है। प्राइवेसी नहीं होने की वजह से पिछले महीने इटली ने ChatGPT को बैन कर दिया था और कहा था कि प्लेटफॉर्म को अपने ग्राहकों को ऐसे टूल देने चाहिए, जिसका इस्तेमाल करके वो अपने डेटा प्रोसेसिंग को कंट्रोल कर सके। फ्रांस और स्पेन भी ChatGPT को प्राइवेसी मामले में बैन करने की तैयारी कर रहे हैं। और पढें: OpenAI ने लॉन्च किया GPT-5.2, जानिए ये पुराने मॉडल की तुलना में कैसे है बेहतर
OpenAI के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मीरा मुराती ने रायटर्स को बताया कि कंपनी यूरोपीयन यूनियन के प्राइवेसी नियमों का पालन करने के लिए कम्प्लायंट है और रेगुलेटर्स को अपनी सर्विसेज को लेकर आश्वस्त करते हैं। कंपनी का मानना है कि यह नया फीचर इटली के बैन के बाद नहीं आया है। OpenAI लंबे समय से डेटा कलेक्शन वाले इस फीचर पर काम कर रहा है। ChatGPT का बिजनेस सब्स्क्रिप्शन आने वाले कुछ महीनों में रोल आउट किया जाएगा। इस सब्स्क्रिप्शन वाले यूजर्स की चैट हिस्ट्री स्टोर नहीं होगी। और पढें: ChatGPT में ही अब इस्तेमाल कर पाएंगे Photoshop, Express और Acrobat, Adobe ने किया बड़ा ऐलान
पिछले साल नवंबर में लॉन्च के बाद से ही ChatGPT जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चर्चा में रहा है। Microsoft और OpenAI का यह AI चैटबॉट इंसानों की तरह पूछे गए सवालों के जबाब देता है। यूजर्स इस टूल से अजीबो-गरीब सवाल पूछकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर रहे हैं। हाल ही में एक यूजर ने इससे अपने अंत के बारे में शॉर्ट स्टोरी लिखने के लिए कहा, तो इस टूल ने अपनी डरावनी कहानी लिख दी, जिसके बाद कई यूजर्स ने इस टूल पर सहानुभूति भी जताई है। कुछ देशों में प्राइवेसी पॉलिसी की वजह से इसे बैन करने की भी तैयारी की जा रही है।