
Microsoft अमेरिका बेस्ड एक दिग्गज टेक कंपनी है और हाल ही में इसने एक लेटेस्ट वर्जन रोलआउट किया है। अब एक नया ऐलान किया है, जिसके बाद यूजर विंडोज 11 में आसानी से डिफॉल्ट ऐप को सेट कर सकेगा। साथ ही यूजर इंटरफेस में भी बदलाव कर सकेंगे। इसके साथ ही यूजर्स स्टार्ट मेन्यू और टास्कबार को भी बदल सकते हैं।
इस ऐलान के बाद Microsoft एक नए ऑप्शन को शामिल करने की योजना बना रही है, जिसमें यूजर्स को डीप यूनिफॉर्म रिसोर्स आइडेंटीफाइंडर लिंक मिलेगा, जो यूजर्स और डेवलपर के बीच कनेक्शन स्थापित करने में मदद कर सकता है। ऐसे में डेवलपर आसानी से समझ सकेंगे कि यूजर्स की जरूरत क्या है और वह सेटिंग्स मेन्यू को कहां एडजेस्ट करना चाहता है।
कंपनी ने ऐलान किया है कि वह एक नए पब्लिक API को पेश करेगा, यह यूजर्स से किसी भी परमिशन को एक्सेस करने से पहले इंटरफेस पर उसे दिखाएगा। यह पॉपअप के रूप में भी नजर आ सकता है और यूजर्स को अलर्ट दे सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट के नए अपडेट के बाद यूजर्स चाहे तो अपने डेस्कटॉप को एकदम क्लीयर और क्लीन रख सकता है। साथ ही अगर वह चुनिंदा ऐप्स को एक्सेस में रखना चाहते हैं तो उन्हें पिन कर सकेगा। इसमें डेस्कटॉप, स्टार्टअप मेन्यू और टास्कबार आदि शामिल हैं। आने वाले समय में कंपनी जल्द ही पब्लिकली एक्सेसेबल API को पेश करेगी।
माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। पूरी दुनिया में अधिकतर लोग कंप्यूटर और लैपटॉप में विंडोज ओएस का इस्तेमाल करते हैं। यह ठीक स्मार्टफोन में एंड्रॉयड ओएस का इस्तेमाल करना है। हालांकि पूरी दूनिया में कंप्यूटर और लैपटॉप के लिए कई ऑपरेटिंग सिस्टम मौजूद हैं।
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