Published By: Harshit Harsh | Published: Jun 27, 2023, 10:53 AM (IST)
स्मार्टफोन हो या लैपटॉप या टैबलेट और इलेक्ट्रिक वीकल में इस्तेमाल होने वाली लिथियम बैटरी बनाने वाले शख्स जॉन बी गुडएनफ (John B. Enough) का 100 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके द्वारा बनाई गई बैटरी ने पिछले दो दशक में टेक्नोलॉजी के सेक्टर में बड़ा काम किया है। उन्हें साल 2019 में कैमिस्ट्री के लिए सबसे सम्मानित नोबल पुरस्कार मिला था। लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल आजकल इस्तेमाल होने वाले लगभग सभी चार्जेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है। यह बैटरी सामान्य बैटरी के मुकाबले कॉम्पैक्ट होती हैं और लंबे समय तक चलती है।
John B. Goodenough को 37 साल तक ऑस्टिन के टेक्सस यूनिवर्सिटी में कॉकरेल स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में फैकल्टी मेंबर के तौर पर काम करने का अनुभव है। उन्होंने इनोवेटिव एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशन और फंडामेंटल सॉलिड स्टेट साइंस के क्षेत्र में कई काम किए हैं। उन्होंने कटिंग एज रिचार्जेबल बैटरीज बनाया जो मोबाइल फोन्स, लैपटॉप्स, टैबलेट और इलेक्ट्रिक वीकल में लंबे समय तक एनर्जी को स्टोर कर सकती हैं।
गुडएनफ सिर्फ अपने रिसर्च के लिए ही नहीं जाने जाते हैं। बल्कि, वो एक अच्छे मेंटर और शिक्षक थे, जिन्होंने कई फैकल्टी मेंबर्स और छात्रों का मार्गदर्शन किया है। गुडएनफ का जन्म साल 1922 में जर्मनी में हुआ था। उन्होंने मैथ्य और फिजिक्स विषय में याले और शिकागो यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था। अपने करियर के दौरान उन्होंने MIT लिनकॉइन यूनिवर्सिटी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भी कई अहम जिम्मेदारियां संभाली थी। अपने जीवन के 90वें साल तक काम किया है।
Li-ion बैटरी एक रिचार्जेबल बैटरी है, जो रिवर्सिबल रिडक्शन टेक्नोलॉजी पर काम करता है, जो एनर्जी को स्टोर करता है। इस बैटरी में लिथियम सॉल्ट को ऑर्गेनिक सोलवेंट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में इस बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यह ग्रिड स्केल एनर्जी स्टोरेज और एयरोस्पेस के साथ-साथ मिलिट्री इक्वीपमेंट्स में भी यूज होता है। इसमें हाई एनर्जी डेंसिटी होता है और लो सेल्फ डिस्चार्ज कैपेसिटी होती है।