Written By Harshit Harsh
Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: Aug 24, 2023, 06:44 PM (IST)
Chandrayaan 3 की सफल लैंडिंग के बाद ISRO की नजर अब सूर्य की तरफ है। इसरो जल्द ही Aditya-L1 मिशन लॉन्च करने वाला है। भारतीय स्पेस एजेंसी का यह पहला सूर्य मिशन होगा। पिछले दिनों ISRO ने आदित्य एल-1 की कुछ तस्वीरें और जानकारियां भी शेयर की हैं। इसरो का यह मिशन अगले महीने 2 सितंबर को लॉन्च होगा। इसे सूर्य और धरती के सोलर सिस्टम के लाग्रेंज प्वाइंट (Lagrange point) 1 पर भेजा जाएगा। चंद्रयान-1 की तरह ही यह एक ऑब्जर्वेटरी मिशन होगा, जिसमें ऑर्बिटर होगा। यह सूर्य के नजदीकी वातावरण का अध्ययन करेगा। और पढें: Aditya L1 का कमाल, भेजी सूर्य की रंग बिरंगी तस्वीरें
सूर्य और धरती के बीच अतंरिक्ष में यह एक ऐसी जगह है जहां अंतरिक्षयान और अन्य ऑब्जेक्ट ठहरते हैं। इसका मतलब है कि स्पेसक्राफ्ट में ईंधन की खपत कम हो जाती है। यही कारण है कि इसरो के सूर्य मिशन यानी Aditya-L1 को यहां भेजा जाएगा। यह सूर्य और धरती के बीच बनी रेखा के आस-पास लंबे समय तक रहकर स्टडी कर सकेगा। और पढें: Aditya-L1 के सामने बड़ा खतरा! NASA ने दी भयंकर सौर तूफान की चेतावनी
🚀PSLV-C57/🛰️Aditya-L1 Mission:
The launch of Aditya-L1,
the first space-based Indian observatory to study the Sun ☀️, is scheduled for
🗓️September 2, 2023, at
🕛11:50 Hrs. IST from Sriharikota.Citizens are invited to witness the launch from the Launch View Gallery at… pic.twitter.com/bjhM5mZNrx
— ISRO (@isro) August 28, 2023
यह एक ऐसा प्वाइंट है, जहां से सूर्य को बिना किसी रुकावट के देखा जा सकता है। यह एक हालो ऑर्बिट है, इसलिए आदित्य ने इस प्वाइंट को मिशन पूरा करने के लिए चुना है। इसरो का मानना है कि इस जगह से आदित्य L1 को सोलर एक्टिविटीज की जानकारियां मिलती रहेगी, जो किसी अन्य जगह से नहीं पिल पाई है।
PSLV-C57/Aditya-L1 Mission:
Aditya-L1, the first space-based Indian observatory to study the Sun ☀️, is getting ready for the launch.
The satellite realised at the U R Rao Satellite Centre (URSC), Bengaluru has arrived at SDSC-SHAR, Sriharikota.
More pics… pic.twitter.com/JSJiOBSHp1
— ISRO (@isro) August 14, 2023
ISRO के मुताबिक, Aditya L1 में 7 पेलोड्स लगे होंगे, जो सूर्य के वातावरण की जानकारी इकट्ठा करेंगे।
इसका विजिबल इमिशन लाइन क्रोनोग्राफ पेलोड कोरोना/इमेजिंग और स्पेक्ट्रोस्कोपी करने में सक्षम है। वहीं, इसके अन्य पेलोड्स फोटोस्फेयर और क्रोमोस्फेयर इमेजिंग, सॉफ्ट एक्स-रे, हार्ड एक्स-रे, सोलर विंड पार्टिकल एनालाइजिंग, मैग्नेटिक फील्ड आदि की जानकारियां कलेक्ट कर सकेंगे।