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ISRO के LVM3 बाहुबली रॉकेट से BlueBird Block-2 सैटेलाइट की सफल लॉन्चिंग, जानें खासियत

ISRO ने आज 24 दिसंबर 2026 को LVM3 रॉकेट के जरिए 6,100 kg वजनी सैटेलाइट BlueBird Block-2 को सफलतापूर्ण लॉन्च कर दिया है। यहां दानें डिटेल्स।

Published By: Manisha | Published: Dec 24, 2025, 04:10 PM (IST)

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ISRO (Indian Space Research Organisation) ने आज 24 को इतिहास रचते हुए अपने बाहुबली रॉकेट से BlueBird Block-2 की सफर लॉन्चिंग कर दी है। BlueBird Block-2 यूएस बिल्ट एक कम्युनिकेशन सैटेलाइट है। यह एक 6,100 kg वजनी सैटेलाइट है, जिसे LVM3 रॉकेट के जरिए स्पेस में भेजा गया है। इस ‘बाहुबली’ रॉकेट नाम दिया गया है। इस सैटेलाइट लॉन्चिंग के जरिए इंटरनेट और कनेक्टिविटी की दुनिया में एक बड़ा बदलाव होने वाला है। यहां जानें इससे जुड़ी सभी डिटेल्स। news और पढें: Gaganyaan Mission में इंसान से पहले ‘हाफ-ह्यूमनॉइड Vyommitra’ जाएगा अंतरिक्ष में, क्या है इसके पीछे ISRO का मास्टरप्लान?

ISRO ने आज बुधवार 24 दिसंबर 2025 को भारी विदेशी BlueBird Block-2 सैटेलाइट को LVM3 रॉकेट के जरिए श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च कर दिया है। लॉन्च के तकरीबन 15 मिनट बाद ब्लू बर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट रॉकेट से अलग होकर अपनी स्थित लो अर्थ ऑर्बिट पर स्थापित हो गई। news और पढें: ISRO का बड़ा कारनामा, GSLV-F15 के साथ NVS-02 नेविगेशन सैटेलाइट की लॉन्च

LVM3 बाहुबली रॉकेट

आपको बता दें, LVM3 एक थ्री-स्टेज वाला हैवी लिफ्ट रॉकेट है, जिसे बाहुबली के नाम से भी जाना जाता है। इस रॉकेट के जरिए Chandrayaan-2 व Chandrayaan-3 भी लॉन्च किए जा चुके हैं। news और पढें: National Space Day: आज ही के दिन क्यों मनाया जा रहा नेशनल स्पेस डे, जानें इसके पीछे की पूरी कहानी

आखिर क्या है यह BlueBird Block-2 मिशन?

BlueBird Block-2 अमेरिका द्वारा निर्मित एक बेहद ज्यादा हैवी कम्युनिकेशन सैटेलाइट है, जिसका वजह 6100 KG है। इस सैटेलाइट का उद्देश्य धरती पर बिना टावर के बेहतर नेटवर्क व कम्युनिकेशन प्रोवाइड करना है। यह सैटेलाइट धरती पर सीधे मोबाइल पर नेटवर्क व कम्युनिकेशन प्रोवाइड करेगा। ऐसे में मोबाइल में नेटवर्क के लिए टावर की आवश्यकता खत्म हो जाएगी। यूजर अपने फोन में सीधे सैटेलाइट की मदद से इंटरनेट एक्सेस कर सकेंगे।

सिर्फ नेटवर्क ही नहीं बल्कि इस सैटेलाइट के जरिए कॉल के जरिए कम्युनिकेशन भी किया जा सकेगा। यह तकनीक खासतौर पर उन जगहों पर काफी काम आती है, जहां टावर लगाना व टावर के नेटवर्क आना काफी मुश्किल होते हैं। BlueBird Block-2 मिशन को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) और अमेरिका स्थित AST स्पेसमोबाइल के बीच हुई पार्टनर्शिप के तहत लॉन्च किया गया है।