Google अपने फाइंड माय डिवाइस प्लेटफॉर्म को एडवांस और उसका विस्तार करने जा रहा है। इसके बाद यह यह किसी भी सामान या डिवाइस की लोकेशन ट्रैकिंग का काम करेगा, यह ठीक Apple और Tile की तरह काम करेगा। I/O 2023 keynote के अंदर गूगल के समीर समत ने ऐलान किया कि आने वाले कुछ महीनों में हेडफोन, ईयरबड्स, टैबलेट और अन्य प्रोडेक्ट कैटेगरी में फाइंड माय डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि कुछ डिवाइस में पहले से सपोर्ट मौजूद है, लेकिन उसकी क्षमता सीमित है। Also Read - Google ने Android और WearOS में जोड़े 7 नए फीचर्स, सीख पाएंगे नए स्किल
Google के इवेंट में बताया कि खराब से खराब नेटवर्क की स्थिति में भी, यूजर्स आसानी से अपने प्रोडक्ट को खोज सकेंगे। समत ने बताया है कि इस नेटवर्क को पावर दुनियाभर में मौजूद लाखों एंड्रॉयड डिवाइस से मिलती है। ट्रैकिंग टैग बनाने वाली Tile और Chipolo समेत कई थर्ड पार्टी फर्म इसको अपडेट करने का काम करेंगी। Also Read - Google ने एंड्रॉयड स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच के लिए अनाउंस कई नए फीचर्स, देखें लिस्ट
प्राइवेसी का रखा है ध्यान
एकदम शुरुआत से शुरू करते हैं, उन्होंने इस नेटवर्क का डिजाइन प्राइवेसी के मद्देनजर तैयार किया है। गूगल के वाइस प्रेसिडेंट ने बताया कि ध्यान रखने वाली बात यह है कि डिवाइस की लोकेशन का डाटा इनक्रिप्टेड फॉर्म में रहता है, जो कंपनी द्वारा देखा नहीं जा सकता है। Also Read - Google ने इन यूजर्स के लिए रिलीज किया Magic Compose टूल, मैसेज लिखने में करता है मदद
कंपनियां भी सतर्क
दरअसल, किसी भी ट्रैकिंग फीचर का फायदा उठाकर कई थर्ड पार्टी ऐप्स उनका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करते हैं। यह कई बार यह यूजर्स की लिए खतरनाक साबित होते हैं, जिससे बचने के लिए अब कई कंपनियां नए और सख्त कदम उठा रही हैं।
गूगल में पहले से है फाइंड माय डिवाइस
बताते चलें कि गूगल का फाइंड माय डिवाइस प्रोग्राम पहले से मौजूद है, जिसमें स्मार्टफोन को आसानी से खोजा जा सकता है। हालांकि इसमें डिवाइस सिर्फ इंटरनेट कनेक्टिविटी आने पर ही काम करता है। ऐसे में यूजर्स को इससे काफी नुकसान का भी सामना करना पड़ जाता है।