
गूगल क्रोम में एक खतरनाक सुरक्षा खामी (Security Flaw) पाई गई है, जिसे हैकर्स ने पहले ही इंटरनेट पर लोगों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया है। यह खामी इतनी गंभीर है कि इसके जरिए कोई भी साइबर अपराधी आपके कंप्यूटर में दूर से बैठे-बैठे खतरनाक कोड चला सकता है। गूगल ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि यह खामी “एक्टिव एक्सप्लॉइट” की स्थिति में है, यानी इसे असल में हमलों में इस्तेमाल किया जा रहा है। गूगल ने इस खामी का नाम CVE-2025-6554 रखा है और इसे हाई-सेवेरिटी रेटिंग दी है। यह गड़बड़ी क्रोम में इस्तेमाल होने वाले V8 JavaScript इंजन में पाई गई है।
इस खामी का फायदा उठाने के लिए हैकर्स एक खास तरह का वेबपेज (malicious HTML page) बनाते हैं। जब कोई यूजर इस पेज को अपने क्रोम ब्राउजर से खोलता है, तो अटैकर उस सिस्टम पर मनचाहा कोड चला सकता है, जिसमें वायरस, डाटा चोरी करने वाले टूल्स या अन्य मालवेयर शामिल हो सकते हैं। इससे यूजर की निजी जानकारी चोरी हो सकती है या सिस्टम पर हैकर का पूरा कंट्रोल हो सकता है। यह गड़बड़ी एक टेक्निकल गड़बड़ी है जिसे “Type Confusion in V8″ कहा गया है। यह गड़बड़ी 25 जून को Google’s Threat Analysis Group के Clément Lecigne द्वारा पकड़ी गई थी।
गूगल ने कहा है कि उसने इस खामी को ठीक कर दिया है और अब एक नया अपडेट जारी कर दिया गया है। Windows यूजर्स के लिए Chrome वर्जन 138.0.7204.96/.97, macOS के लिए 138.0.7204.92/.93, और Linux के लिए 138.0.7204.92 अपडेट उपलब्ध है। अभी तक एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म पर इस खामी का कोई असर नहीं देखा गया है, इसलिए वहां के लिए अपडेट की जरूरत नहीं है। गूगल ने यूजर्स से साफ कहा है कि वे बिना देरी किए अपना ब्राउजर अपडेट कर लें, ताकि हैकिंग से बचा जा सके।
अगर आपका गूगल क्रोम अभी तक अपडेट नहीं हुआ है, तो आप इसे मैन्युअली भी अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए आपको ब्राउजर के ऊपरी दाएं कोने में दिए गए तीन डॉट्स पर क्लिक करना है, फिर Help > About Google Chrome पर जाएं। यहां आपको नया वर्जन दिखाई देगा और डाउनलोड होना शुरू हो जाएगा। डाउनलोड पूरा होने के बाद आपको ब्राउजर को रीस्टार्ट करना होगा, तभी नया वर्जन एक्टिव होगा। यह एक छोटा-सा कदम आपके कंप्यूटर और डाटा को बड़े खतरे से बचा सकता है।
Author Name | Ashutosh Ojha
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