
Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Oct 16, 2025, 02:12 PM (IST)
Google Chrome security alert
भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने बताया है कि पुराने Google Chrome और Microsoft Edge (Chromium वाला) ब्राउजर में बड़ी सुरक्षा खामी है, अगर कोई हैकर इसका गलत इस्तेमाल करे तो वह आपके कंप्यूटर में बिना आपकी अनुमति के घुस सकता है। इससे वह आपके कंप्यूटर को नियंत्रित कर सकता है या उसे काम करना बंद करवा सकता है। इसलिए CERT-In ने सभी यूजर्स से कहा है कि अपने ब्राउजर को तुरंत नए वर्जन में अपडेट करें ताकि आपका कंप्यूटर सुरक्षित रहे।
CERT-In ने बताया है कि Google Chrome और Microsoft Edge (Chromium वाला) के कुछ पुराने वर्जन में गंभीर सुरक्षा की कमी है। आइए जानते हैं कौन-कौन से वर्जन खतरे में हैं…
Chrome में यह खामियां ‘Use after free in Safe Browsing’ से जुड़ी है। इसका मतलब है कि कोई हैकर आपके कंप्यूटर पर खास तरह का हमला करके कोड चला सकता है। इससे आपकी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है और आपके कंप्यूटर की सेवाएं भी रुक सकती हैं। कंपनी की तरफ से सलाह ये दी जा रही है कि अपने ब्राउजर को तुरंत नए वर्जन में अपडेट करें ताकि आपका कंप्यूटर सुरक्षित रहे।
Microsoft Edge ब्राउजर में बड़ी सुरक्षा समस्या Microsoft Edge ब्राउजर में भी एक गंभीर सुरक्षा खामी पाई गई है। इसमें ‘Heap buffer overflow in Sync’ और ‘Use after free in storage’ जैसी समस्याएं हैं। इसका मतलब है कि हैकर्स बिना आपकी अनुमति आपके कंप्यूटर में घुस सकते हैं और उसे बंद (DoS हमला) भी कर सकते हैं। इस खतरे का फायदा उठाने के लिए हैकर्स आपको किसी खास वेब पेज पर जाने के लिए बहका सकते हैं। CERT-In ने सभी यूजर्स से कहा है कि वे अपने Edge ब्राउजर को तुरंत नए वर्जन में अपडेट करें। इससे आपका कंप्यूटर और आपकी जानकारी सुरक्षित रहेगी।
अब तक Google और Microsoft ने इन सुरक्षा खामियों को पूरी तरह से ठीक नहीं किया है, जिससे यूजर्स की Privacy and data रिस्क में है। CERT-In ने जोर देकर कहा है कि यूजर्स नए वर्जन का यूज करें और नियमित रूप से ब्राउजर अपडेट करते रहें। इसके अलावा संदिग्ध लिंक या अनजान वेबसाइट पर क्लिक करने से बचें। अपडेट करने के बाद ही यूजर्स सुरक्षित रूप से इंटरनेट ब्राउजिंग कर सकते हैं और अपने डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। इस चेतावनी के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि हर यूजर को अपनी डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए और समय-समय पर अपने सॉफ्टवेयर और ब्राउजर अपडेट करते रहना चाहिए।