
Google ने भारत में लोन देने वाले ऐप्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने पिछले साल भारत में कुल 3500 लोन ऐप्स को बैन किया है। ये लोन ऐप्स गूगल प्ले स्टोर की पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे थे। गूगल ने बताया कि पिछले साल करीब 1.43 मिलियन यानी 14.3 लाख से ज्यादा ऐप्स को पॉलिसी के उल्लंघन की वजह से पब्लिश होने से रोका है। वहीं, Google Play ने पॉलिसी उल्लंघन की वजह से 1 लाख 73 हजार बुरे अकाउंट्स को भी बैन किया है।
Google की रिपोर्ट के मुताबिक, इन अकाउंट्स के जरिए पिछले साल करीब 2 बिलियन डॉलर यानी लगभग 16,350 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई थी। गूगल ने स्टेटमेंट जारी करते हुए बताया कि भारत में कंपनी ने 2022 में प्ले स्टोर पर मौजूद ऐप्स का रिव्यू किया और उनपर जरूरी कानूनी कार्रवाई की है, जिनमें ऐप्स को प्लेटफॉर्म से हटाने के साथ-साथ अकाउंट बैन करना शामिल है।
गूगल ने पिछले साल भारत में 3,500 से ज्यादा पर्सनल लोन ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया है। ये लोन ऐप्स गूगल प्ले की प्राइवेसी पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे थे। अमेरिकी टेक कंपनी ने दावा किया है कि वो भारत सरकार के रेगुलेटरी पॉलिसी के तहत इस तरह की कार्रवाई करती रहेगी। साथ ही, समय-समय पर प्लेटफॉर्म पर मौजूद ऐप्स को रिव्यू किया जाएगा।
Google इसके अलावा यूजर की प्राइवेसी को और बेहतर बनाने के लिए Privacy Sandbox ला रहा है। गूगल ने बताया कि फिलहाल इसे कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा। गूगल का यह प्राइवेसी सैंडबॉक्स यूजर को ऑनलाइन फ्रॉड और डेटा प्राइवेसी प्रोटेक्शन में मदद करेगा। साथ ही, कंपनियों को डेवलपर्स को ऐसा टूल देने का काम करेगा, जो डिजिटल बिजनेस को सेक्योर करेगा। गूगल ने बताया कि वो डेवलपर्स, पब्लिशर्स और रेगुलेटर्स के साथ मिलकर आगे भी काम करता रहेगा, ताकि यूजर्स का डेटा सिक्योर रह सके।
गूगल का यह नया टूल यूजर्स को क्रॉस साइट और क्रॉस ऐप ट्रैक करने से बचाएगा। आसान भाषा में कहा जाए तो अगर यूजर किसी एक ऐप या साइट से कुछ ऑर्डर या सर्च करेंगे तो दूसरे ऐप्स या वेबसाइट्स यूजर को ट्रैक नहीं कर पाएंगी। इससे यूजर की प्राइवेसी सुरक्षित रहेगी और कंपनियों को भी अपने डिजिटल बिजनेस को बेहतर करने का मौका मिलेगा।
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