Published By: Rohit Kumar | Published: May 04, 2023, 09:28 AM (IST)
Twitter की दिन-प्रति दिन बदलने वाली पॉलिसी से परेशान हो चुके हैं, तो आज हम आपको नए सोशल ऐप Bluesky के बारे में बताने जा रहे हैं। यह ट्विटर के विकल्प के रूप में सामने आया है और इसे माइक्रोब्लॉगिंग साइट के पुराने के मालिक Jack Dorsey ने तैयार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्लू स्काई का इंटरफेस ट्विटर की तरह ही है। इसमें ट्वीट के नीचे कमेंट, रिट्वीट और लाइक जैसे ऑप्शन दिए गए हैं। और पढें: Bluesky अब सभी लोग कर पाएंगे यूज, X (Twitter) को मिलेगी जोरदार टक्कर
Bluesky नाम का यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर आ गया है। इसे अब तक इसे गूगल प्लेस्टोर पर 100K से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है और इसे फरवरी में लॉन्च किया था। Bluesky को अचानक से इतने ज्यादा यूजर्स मिल गए हैं कि कंपनी ने अपग्रेड करने के लिए डाउनटाइम का इस्तेमाल किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ऐप अभी बीटा टेस्टिंग फीचर में है, जिसका मतलब है कि इस पर अभी काम चल रहा है। इस ऐप को दूसरे यूजर्स द्वारा इनवाइट कोड मिलने पर ही जॉइन किया जा सकता है। और पढें: Twitter पोस्ट लिमिट पॉलिसी के कारण बढ़े Bluesky के यूजर, लगाई साइन-अप प्रोसेस पर रोक
Twitter की शुरुआत को-फाउंडर जैक डोर्सी ने की थी और अब Bluesky की भी शुरुआत उन्हीं ने की है। ब्लूस्काई प्रोजेक्ट का उद्देश्य सोशल मीडिया प्रोटोकॉल का विकेंद्रीकरण करना है। ब्लूस्काई में यूजर्स को ज्यादा इनोवेशन, डाइवरसिटी और बेहतर यूजर कंट्रोल मिलेगा। मौजूदा समय में यह ट्विटर का सबसे बेस्ट अल्टरनेटिव है।
Bluesky शुरू करने का आइडिया जैक डोर्सी का है, जो साल 2019 तक ट्विटर के CEO रहे हैं। जैक डोर्सी ने Bluesky की कमान संभालने के लिए जय को नियुक्त किया है। इस प्लेटफॉर्म को ट्वीटर की तर्ज पर बनाया गया है, साथ ही इसमें कई नए फीचर्स को शामिल किया है, जो इसे ट्विटर से आगे निकलने में मदद करे।
Bluesky के बारे में जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि यह एक अंडर डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म है और सभी परीक्षण पूरे होने के बाद स्टेबल वर्जन में जारी किया जाएगा। अभी इस प्लेटफॉर्म पर साइनअप करने के लिए इनवाइट कोड की जरूरत होगी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया है कि कई लोग Bluesky के इनवाइट कोड को बेच भी रहे हैं।
बताते चलें कि इस बार कंपनी ने डोमेन को भी अलग फॉर्मेट में बनाया है। उदाहरण के रूप में समझें तो किसी किसी न्यूज ग्रुप का नाम NPR है तो उसका हैंडल @npr.org हो सकता है। अगर कोई जर्नलिस्ट NPR में काम करता है और अपना अकाउंट वेरिफाई कराता है तो उसका हैंडल संभवत @name.npr.org हो सकता है।