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नोएडा में हुई 12 करोड़ की ठगी, WhatsApp का सहारा लेकर लगाया चूना, जानें कैसे रहे सुरक्षित

नोएडा में 50 साल के इंद्रपाल सिंह चौहान के साथ हुई 12 करोड़ की ठगी ने सबको चौंका दिया। क्या सिर्फ एक व्हाट्सएप मैसेज से इंसान इतना बड़ा नुकसान झेल सकता है? आइए जानते हैं कैसे उन्हें फंसाया गया और कैसे रहे सुरक्षित इन ऑनलाइन फ्रॉड से...

Published By: Ashutosh Ojha | Published: Dec 05, 2025, 01:38 PM (IST)

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50 साल के इंद्रपाल सिंह चौहान के मोबाइल पर 17 अक्टूबर को एक व्हाट्सएप मैसेज आया, जिसने उनके जीवन की सबसे बड़ी धोखाधड़ी की शुरुआत कर दी। एक महिला, जिसने खुद को कियारा शर्मा बताया, ने उन्हें शेयर मार्केट में निवेश के बड़े फायदे गिनाए। पहले उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां रोजाना मुनाफे के स्क्रीनशॉट शेयर किए जाते थे। इसके बाद उन्हें एक लिंक भेजकर एक ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड करवाया गया। शुरुआत में सब कुछ बहुत वास्तविक लगा इतना कि उन्होंने ऐप से 9 लाख रुपये तक भी निकाल लिए। इससे उनका भरोसा और बढ़ गया और वे मान बैठे कि यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह असली है।

इंद्रपाल ने आखिर क्यों और कैसे 12 करोड़ रुपये खो दिए?

कुछ ही दिनों में इंद्रपाल का भरोसा एक जाल में बदल गया। पुलिस में दर्ज FIR के मुताबिक, अगले 17 दिनों में उन्हें लगातार ग्रुप में ‘गारंटीड रिटर्न’ और ‘15% कमिशन’ का लालच दिया जाता रहा। वे धीरे-धीरे इस ठगी का हिस्सा बनते गए और 9 अलग-अलग लेन-देन में कुल 12 करोड़ रुपये निवेश कर दिए। हर बार उन्हें यह भरोसा दिलाया गया कि उनका पैसा बढ़ रहा है और जल्द ही उन्हें बड़ी कमाई मिलेगी लेकिन जब उन्होंने पैसे वापिस मांगने की कोशिश की तो सिर्फ 9 लाख रुपये लौटाए गए। इसके बाद उनसे 17 करोड़ रुपये एक ‘IPO निवेश’ के नाम पर मांगे गए। यहीं उन्हें शक हुआ और उन्होंने समझ लिया कि वे बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं।

पुलिस ने क्या कार्रवाई की और हमें क्या सीख मिलती है?

मामला सामने आने के बाद नोएडा पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ cheating और personation की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, इंद्रपाल पेशे से इंजीनियरिंग कंसल्टेंट हैं और पहले भी शेयर बाजार में निवेश करते रहे हैं। यही वजह थी कि शुरुआती मुनाफा मिलने पर उन्हें धोखाधड़ी का अंदाजा नहीं हुआ। यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग और निवेश से जुड़े व्हाट्सएप मैसेज अक्सर बड़े साइबर फ्रॉड का हिस्सा होते हैं, इसलिए किसी भी लिंक, ऐप या ‘गारंटीड रिटर्न’ के झांसे में आने से पहले सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

कैसे बचें इन ऑनलाइन फ्रॉड से

धोखाधड़ी से बचने के लिए निवेशकों को बहुत सावधान रहना चाहिए। हमेशा जांचें कि ऐप या ब्रोकरेज SEBI में रजिस्टर्ड है या नहीं। ऐप केवल आधिकारिक वेबसाइट या App Store से ही डाउनलोड करें। अपने पैसे किसी के व्यक्तिगत खाते में न भेजें। कोई भी निवेश करने से पहले पूरी जानकारी और रिसर्च कर लें। अगर ऐप असामान्य मुनाफा दिखाता है, पैसे निकालने में रोकता है या अजीब-सी फीस लेता है तो समझ लें कि यह खतरे का संकेत है। ऐसी सावधानी से आप अपने पैसों को सुरक्षित रख सकते हैं और शक होने पर साइबर क्राइम विभाग को रिपोर्ट कर सकते हैं।