
Written By Manisha
Published By: Manisha | Published: Dec 18, 2024, 05:24 PM (IST)
Year Ender 2024: साल 2024 टेलीकॉम सेक्टर में कई बड़े बदलाव लेकर आया। इस साल Airtel-Jio-Vodafone Idea जैसी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने अपने ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया। कंपनी ने अपने मौजूदा प्रीपेड व पोस्टेपड प्लान्स की कीमतें बढ़ा दी थी, जिसका सीधा असर ग्राहकों पर पड़ा। इसके अलावा, स्पैम कॉल व मैसेज से बचने के लिए TRAI ने नया Message Traceability नियम लागू किया। इस नियम के जरिए फेक मैसेज को यूजर्स तक पहुंचने से पहले ही ब्लॉक कर दिया जाएगा। यहां जानें इस साल टेलीकॉम सेक्टर में क्या कुछ हुए बड़े बदलाव। और पढें: Jio, Airtel और Vi के यूजर्स इस साल जेब होगी ढीली, फिर बढ़ सकती है प्लान्स की कीमत!
प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने 2024 साल के बीच में अपने यूजर्स को तगड़ा झटका दिया था। जुलाई महीने की शुरुआत के साथ Airtel व Jio जैसी टेलीकॉम कंपनियों ने अपने मौजूदा प्रीपेड व पोस्टपेड रिचार्ज प्लान की कीमतों में इजाफा किया, जिसके बाद मौजूदा प्लान्स महंगे हो गए। प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के प्लान जैसे ही महंगे हुए, वैसे ही ज्यादातर यूजर्स सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL का रूख करने लगे। सोशल मीडिया पर Port To BSNL जैसे हैशटैग ट्रैंड होने लगे थे। और पढें: Year Ender 2024: Digital Arrest से AI Voice Scam तक, स्कैमर्स ने इन नए तरीकों से लोगों को बनाया अपना शिकार
Airtel कंपनी ने स्पैम कॉल्स से निपटने के लिए अपने यूजर्स के लिए AI से लैस नई सर्विस की शुरुआत इस साल की है। इस सर्विस को Airtel AI Spam Detection Solution कहा गया है। यह सर्विस रियल टाइम स्पैम कॉल्स व मैसेज को डिटेक्ट करके यूजर्स को फर्जी कॉल व एसएमएस से दूर रखेगी। और पढें: Year Ender 2024: Bard बना Gemini... Grok हुआ फ्री... 2024 में AI चैटबॉट से जुड़े हुए ये बदलाव
BSNL ने इस साल अपने ग्राहकों को कई नई सर्विस तोहफे में दी है, जिसमें से सबसे प्रमुख Satellite-to-Device सर्विस है। जैसे कि नाम से समझ आता है कि इस सर्विस के तहत यूजर्स को बिना नेटवर्क वाले क्षेत्र में टेलीकॉम बेनेफिट्स प्रोवइड करना है। बीएसएनएल ने इस सर्विस के लिए कैलिफोर्निया बेस्ड Viasat कंपनी के साथ हाथ मिलाया है।
डिजिटल दौर में साइबर क्राइम की वरदातें काफी बढ़ चुकी हैं। मासूम लोगों को SMS के जरिए होने वाले फ्रॉड को रोकने के लिए TRAI ने इस साल Message Traceability नियम लाने की सिफारिश की थी, जिसे 11 दिसंबर से लागू कर दिया गया है। इस नियम के तहत यूजर्स के फोन पर आने वाले मैसेज को ट्रेस करके पता लगाया जाएगा कि मैसेज ऑरिजनल है या फिर फेक। स्कैमर्स द्वारा भेजे गए फर्जी मैसेज को यूजर्स तक पहुंचने से पहले ही ब्लॉक किया जाएगा।