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Starlink ने दी सफाई, इंडिया वेबसाइट पर दिखाई गई कीमतें थीं ‘Glitch’, लॉन्च की मंजूरी अभी बाकी

Starlink की इंडिया वेबसाइट पर दिखाई गई प्लान की कीमतें असली नहीं थीं, बल्कि एक तकनीकी गड़बड़ी थीं। कंपनी ने साफ कर दिया है कि भारत में सेवा शुरू करने के लिए उन्हें अभी भी सरकारी मंजूरी और स्पेक्ट्रम एलोकेशन का इंतजार है। आइए जानते हैं...

Published By: Ashutosh Ojha | Published: Dec 09, 2025, 03:54 PM (IST)

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Starlink, जो दुनियाभर में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा देता है, अभी तक भारत में अपनी सेवा लॉन्च नहीं कर पाई है। हाल ही में कंपनी की भारतीय वेबसाइट पर अचानक से Starlink Residential प्लान की कीमतें दिखाई देने लगीं, जिसमें मासिक सब्सक्रिप्शन और हार्डवेयर की कीमत शामिल थी। कीमतें सामने आते ही लोगों में हलचल मच गई लेकिन कुछ ही घंटों बाद कंपनी के एक बड़े अधिकारी ने साफ कर दिया कि यह कीमतें असली नहीं थीं और वेबसाइट पर ये केवल एक ‘तकनीकी गलती’ के कारण दिखाई दे गईं। उन्होंने बताया कि भारत में सेवा शुरू करने के लिए Starlink को अभी अंतिम सरकारी मंजूरी और स्पेक्ट्रम एलोकेशन का इंतजार है। news और पढें: Starlink ने भारत में सब्सक्रिप्शन प्राइस किया रिवील, कितनी होगी कीमत और ये मिलेंगे फीचर्स

Starlink की भारतीय वेबसाइट इस समय लाइव ही नहीं है

Starlink की वाइस प्रेसिडेंट ऑफ बिजनेस ऑपरेशंस, लॉरेन ड्रेयर ने X पर पोस्ट करते हुए कहा कि Starlink की भारतीय वेबसाइट इस समय लाइव ही नहीं है। इसलिए कंपनी ने भारत के लिए कोई आधिकारिक कीमत या सर्विस प्लान घोषित नहीं किया है। उनका कहना था कि वेबसाइट पर जो कीमतें दिखाई दी थीं, वे सिर्फ डमी टेस्ट डेटा थीं, जिन्हें वेबसाइट कॉन्फिगरेशन में हुई एक ग्लिच की वजह से अस्थायी रूप से दिखा दिया गया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि रिपोर्ट की गई कीमतें भारत में Starlink सेवा की वास्तविक कीमतें नहीं होंगी। Starlink फिलहाल भारतीय ग्राहकों से न तो ऑर्डर ले रही है और न ही किसी प्रकार का सब्सक्रिप्शन ऑफर कर रही है।

Starlink को लाइसेंस मिलने के बाद भी सेवा शुरू क्यों नहीं हो पाई?

यह भी ध्यान देने वाली बात है कि जुलाई में Starlink को भारत के Department of Telecommunications (DoT) से देश में सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा देने का लाइसेंस मिल गया था। यह लाइसेंस reportedly 5 साल के लिए मान्य है और Starlink, OneWeb और Jio के बाद तीसरी कंपनी है जिसे यह अनुमति मिली है। हालांकि लाइसेंस मिलने के बावजूद, कंपनी को काम शुरू करने के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम बैंड अभी तक सरकार की तरफ से जारी नहीं किए गए हैं। बिना स्पेक्ट्रम के Starlink व्यावसायिक सेवाएं शुरू नहीं कर सकती। इसलिए कंपनी अभी भी अंतिम सरकारी मंजूरी का इंतजार कर रही है, जिसके बाद ही वेबसाइट और सेवा दोनों भारत में एक्टिव की जाएंगी।