
दुनियाभर में अपने सॉफ्टवेयर और सर्विसेस के लिए मशहूर माइक्रोसॉफ्ट, अब एक बार फिर हजारों लोगों की नौकरियां छीनने की तैयारी में है। कंपनी भारी भरकम खर्च कर रही है AI पर और इसलिए अब कंपनी दूसरे डिपार्टमेंट में खर्चा कम करने की सोच रही है। माना जा रहा है कि इस बार सबसे ज्यादा असर सेल् टीम पर पड़ेगा। इससे पहले मई में भी कंपनी ने हजारों लोगों को नौकरी से निकाल दिया था। अब फिर से लोगों को डर है कि अगली बार किसकी बारी आएगी।
टेक्नोलॉजी की दुनिया की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट एक बार फिर हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। इस बार छंटनी का असर खास तौर पर सेल्स टीम के लोगों पर पड़ सकता है। खबरों के मुताबिक, यह फैसला जुलाई की शुरुआत में लिया जा सकता है, जब कंपनी का नया फाइनेंशियल ईयर शुरू होगा। हालांकि अभी तक कंपनी ने इस बारे में कुछ भी आधिकारिक नहीं कहा है। इससे पहले मई में भी माइक्रोसॉफ्ट ने 6000 लोगों की नौकरियां खत्म कर दी थीं, जिनमें ज्यादातर लोग प्रोडक्ट और इंजीनियरिंग टीम से थे।
Microsoft ( $MSFT) is planning thousands of new job cuts mostly in sales, after laying off ~6K in May. Big AI push, leaner teams. Layoffs expected after fiscal year ends in July.
Are we sure AI isn’t going to take jobs? pic.twitter.com/2gfZZoyj11
— MarketPlays (@MarketPlaysApp) June 19, 2025
माइक्रोसॉफ्ट का यह कदम ऐसे वक्त में आया है जब कंपनी AI पर बहुत बड़ा निवेश कर रही है। कंपनी ने सर्वर और डेटा सेंटर बनाने में अरबों डॉलर खर्च किए हैं। इसलिए अब कंपनी बाकी खर्चों को कम करने की कोशिश कर रही है। खासकर उन जगहों पर जहां खर्चा ज्यादा होता है लेकिन फायदा कम मिलता है। इसी वजह से कंपनी सेल्स और ऑफिस के दूसरे काम थर्ड पार्टी कंपनियों को सौंपने की तैयारी कर रही है।
हालांकि कंपनी ने अभी तक यह नहीं बताया है कि किन विभागों में लोगों की नौकरी जाएगी, लेकिन खबरों के मुताबिक इस बार सेल्स और मार्केटिंग जैसी टीमों पर भी असर पड़ सकता है। अभी तक इन टीमों को छंटनी से बचाया जाता था, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। अप्रैल में कंपनी ने कहा था कि वह छोटे और मिड साइज बिजनेस के लिए सॉफ्टवेयर की बिक्री अब बाहर की कंपनियों से करवाएगी। इससे साफ लग रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट अपनी सेल्स टीम को कम करने की तैयारी में है।
माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि वह समय-समय पर अपने ऑर्गेनाइजेशनल स्ट्रक्चर की जांच करती रहती है, ताकि भविष्य में आगे बढ़ने के लिए सही जगह पैसे लगा सके। फिलहाल कंपनी AI डेवलपमेंट पर ज्यादा ध्यान दे रही है। लेकिन AI पर निवेश बढ़ाने की वजह से बाकी विभागों में खर्चा कम करना पड़ रहा है। इसी वजह से हजारों लोगों की नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Ashutosh Ojha
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