Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Dec 30, 2025, 10:29 AM (IST)
IRCTC ticket booking rules 2025
भारतीय रेलवे और IRCTC ने साल 2025 के अंत में ट्रेन टिकट बुकिंग को लेकर बड़ा बदलाव किया है। अब आधार से ऑथेंटिकेट (verified) IRCTC अकाउंट रखने वाले यात्रियों को जनरल रिजर्व टिकट बुक करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा। यह नया नियम Advance Reservation Period (ARP) यानी एडवांस रिजर्वेशन की ओपनिंग के दिन लागू होगा। रेलवे का मकसद फर्जी अकाउंट्स पर रोक लगाना और असली यात्रियों को टिकट मिलने की संभावना बढ़ाना है। यह व्यवस्था 29 दिसंबर 2025 से चरणबद्ध तरीके से लागू की जा रही है, जिसे 12 जनवरी 2026 तक पूरी तरह 16 घंटे के एक्सक्लूसिव विंडो तक बढ़ा दिया जाएगा।
रेलवे बोर्ड के मुताबिक, 29 दिसंबर 2025 से ARP की ओपनिंग के दिन सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सिर्फ वही यात्री ऑनलाइन टिकट बुक कर सकेंगे, जिनका IRCTC अकाउंट आधार से लिंक और वेरिफाइड होगा, यानी इस समय के दौरान बिना आधार ऑथेंटिकेशन वाले यूजर्स टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। ऐसे यात्री दोपहर 12 बजे के बाद ही टिकट बुक कर सकेंगे। इससे पहले सरकार ने यह भी साफ किया था कि 1 अक्टूबर 2025 से जनरल रिजर्वेशन खुलने के पहले 15 मिनट केवल आधार-ऑथेंटिकेट यूजर्स के लिए ही होंगे।
इस नियम को जनवरी 2026 में और आगे बढ़ाया जाएगा। 5 जनवरी 2026 से यह एक्सक्लूसिव विंडो सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक कर दी जाएगी यानी 8 घंटे तक सिर्फ आधार से जुड़े IRCTC यूजर्स ही ऑनलाइन जनरल रिजर्व टिकट बुक कर पाएंगे। इसके बाद 12 जनवरी 2026 से यह समय और बढ़कर सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक यानी पूरे 16 घंटे हो जाएगा। ईस्ट कोस्ट रेलवे के सर्कुलर के अनुसार, यह विस्तार चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है ताकि सिस्टम पर दबाव न पड़े और यात्रियों को नई व्यवस्था अपनाने का पर्याप्त समय मिल सके। हालांकि रेलवे ने यह भी साफ किया है कि कंप्यूटराइज्ड PRS काउंटरों से टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं होगा।
रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि जो लोग अभी तक अपने IRCTC अकाउंट को आधार से लिंक नहीं कर पाए हैं, वे जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी कर लें। आधार लिंक करने के लिए यात्रियों को IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर लॉग इन करना होगा और ‘My Profile’ सेक्शन में जाकर आधार नंबर जोड़ना होगा। आधार वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद ही यात्री इस एक्सटेंडेड बुकिंग विंडो का लाभ उठा सकेंगे। रेलवे का मानना है कि इस कदम से दलालों पर लगाम लगेगी, टिकटों की कालाबाजारी कम होगी और आम यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना पहले से कहीं ज्यादा बढ़ेगी।