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International Women’s Day पर बना खास Google Doodle, ऐसे दिया महिलाओं को सलाम

International Women’s Day पर आज Google ने खास Doodle बनाया है। गूगल ने STEM क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों को का जश्न मनाया है।

Published By: Mona Dixit | Published: Mar 08, 2025, 11:01 AM (IST)

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Google Doodle Today: International Women’s Day को मनाने के लिए आज गूगल ने एक खास डूडल बनाया है। संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया भर में महिलाओं के योगदान के महत्व पर जोर देने के लिए सन 1975 में पहली बार इस दिन को मान्यता दी थी। Google ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में महिलाओं के खास योगदान को दर्शाने के लिए एक डूडल बनाना है। इस साल का Women’s Day का खास डूडल उन महिलाओं को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने बाधाओं को तोड़ा, एडवांस रिसर्च की और भविष्य की जेनरेशन के लिए मार्ग बनाया। आइये, डूडल के बारे में जानते हैं। news और पढें: International Women's Day 2024: Google ने बनाया खास डूडल, किया महिलाओं का सम्मान

International Women’s Day Google Doodle Today

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सन 1973 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा ऑफिशियल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मान्यता दी गई थी। इसके बाद यह दिन विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों के लिए मनाया जाता है। news और पढें: Women's day 2024 Gifts Idea: महिलाओं को खुश कर देंगे ये 4 हाई-टेक Gifts, देकर कहें 'Thankyou'

डूडल ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि उनके डूडल के साथ, वे STEM क्षेत्रों में दूरदर्शी महिलाओं का सम्मान करते हैं। डूडल कलाकृति उन महिलाओं के योगदान को दिखाता है, जिन्होंने अंतरिक्ष अन्वेषण में क्रांति लाई, प्राचीन खोजों को दिखाया और प्रयोगशाला अनुसंधान में जरूरी भूमिका निभाई। ये उपलब्धियां विज्ञान में महिलाओं के योगदान का एक छोटा सा हिस्सा हैं। news और पढें: Google Doodle Today Republic Day 2024: गूगल मना रहा 75वां गणतंत्र दिवस, बनाया खास डूडल

इसके अलावा, डूडल ने कहा है कि ग्लोबल STEM में महिलाओं की हिस्सेदारी केवल 29% है। हालांकि, यह संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। डूडल ने यह भी कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस इतिहास में महिलाओं द्वारा किए गए प्रभाव की याद दिलाता है।

डूडल ने आगे यह भी कहा है कि महिलाओं की उपलब्धियों ने आज जिस दुनिया में हम रहते हैं, उसे आकार देने में मदद की है। इससे हमें आधुनिक युग की प्रगति और नवाचारों का आनंद लेने का मौका मिला है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में पहली बार यह उत्सव सन 1914 में मनाया गया था, जब पुणे में एक उत्सव मनाया गया था। इसके बाद स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस दिन को प्रमुखता मिली, जब महिलाओं ने आंदोलनों और विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रूप से भाग लिया।