
Google ने अपने लाखों यूजर्स के लिए एक जरूरी जानकारी को शेयर किया है। इंटरनेट जगत के दिग्गज प्लेटफॉर्म ने अपने इनएक्टिव अकाउंट से संबंधित पॉलिसी को अपडेट करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही गूल ने कहा है कि उसका प्लान असक्रिय अकाउंट को डिलीट करने का भी है। इसकी जानकारी गूगल ब्लॉगपोस्ट में शेयर की गई है। कंपनी ने यह फैसला सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए लिया है। इसके साथ ही वजह गैर जरूरी यूजरबेस को हटाना चाहती है।
साल 2020 में गूगल पहले ही क्लियर कर चुका है कि वह इनएक्टिव Gmail अकाउंट में स्टोर डाटा को खत्म करने की कोशिश करेगा। लेकिन वह खुद से अकाउंट डिलीट नहीं करेगा। लेकिन नई पॉलिसी के ऐलान में कुछ बदलाव किए गए हैं, जिसके बाद गूगल को स्टोरेज पर आने वाले खर्च में कमी करने में आसानी होगी। यह प्रोसेस इस साल के दिसंबर महीने से शुरू हो सकता है।
Google की घोषणा के मुताबिक, जीमेल के कई अकाउंट हैं, जो कई साल से बंद हैं या फिर इनएक्टिव हैं। इन अकाउंट में कुछ स्टोरेज है। ऐसे अकाउंट की संख्या लाखों में है। इसलिए कंपनी ने नई पॉलिसी का ऐलान किया है।
गूगल ने अपने ब्लॉगपोस्ट में कहा है कि उनके इंटरनल एनालिसिस से पता चला है कि इनएक्टिव अकाउंट में 2 स्टेप वेरिफिकेशन सेटअप करने की संभावना सक्रिय अकाउंट की तुलना में करीब 10 गुणा कम है। इसका मतलब है कि ये खाते आमतौर पर असुरक्षित होते हैं। अगर एक बार किसी हैकर द्वारा हैक किए जाने के बाद इसके उपयोग से लेकर कई स्पैम गतिविधियों में इस्तेमाल किया जा सकता है।
गूगल असक्रिय अकाउंट डिलीट करने के साथ-साथ गूगल वर्कस्पेस में मौजूद कंटेंट, डॉक्स, ड्रआइव, मीट और कैलेंडर और गूगल फोटोज आदि को भी डिलीट कर देगा। गूगल की यह पॉलिसी सिर्फ व्यक्तिगत अकाउंट के लिए ही फॉलो किया जाएगा। कंपनी के मुताबिक, नई पॉलिसी की लजह से स्कूल और बिजनेस के अकाउंट प्रभावित नहीं होंगे।
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