
हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया स्मार्टफोन पेश किया है, जिसका नाम है T1 फोन। यह फोन अभी बाजार में लॉन्च नहीं हुआ है, लेकिन इसकी खूब चर्चा हो रही है। ट्रंप की कंपनी का कहना है कि यह फोन गोल्डन कलर में होगा और इसकी परफॉर्मेंस बहुत दमदार होगी। कंपनी का दावा है कि यह फोन पूरी तरह अमेरिका में बना है खासकर अलाबामा, कैलिफोर्निया और फ्लोरिडा जैसे राज्यों में। लेकिन अब एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि यह दावा पूरी तरह सही नहीं हो सकता। रिपोर्ट के मुताबिक, इस फोन के कई पार्ट्स और सामान दूसरे देशों से मंगवाए गए हैं। यानी इसे पूरी तरह “Made in America” कहना शायद सही नहीं होगा।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने यह तो कहा कि फोन अमेरिका में बनाया जा रहा है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कौन-सी कंपनियां या फैक्ट्रियां इसे तैयार कर रही हैं। इसके अलावा यह भी साफ नहीं है कि फोन के अलग-अलग पार्ट्स जैसे स्क्रीन, प्रोसेसर, कैमरा अमेरिका में ही बनाए जा रहे हैं या कहीं और से इंपोर्ट हो रहे हैं। अमेरिका के Federal Trade Commission (FTC) के नियमों के अनुसार, “Made in USA” टैग तभी मिल सकता है जब लगभग सारे कंपोनेंट्स अमेरिका में ही बने हों।
🇺🇸 JUST IN: Trump’s new $499 T1 smartphone, advertised as U.S.-built, will likely be manufactured in China by an original device maker. pic.twitter.com/QlCqZM5Q58
— Cointelegraph (@Cointelegraph) June 17, 2025
फोन के स्पेसिफिकेशन की बात करें तो यह चीन की कंपनियों जैसे Vivo के बजट स्मार्टफोनों जैसे हैं। इससे यह शक पैदा हो गया है कि कहीं T1 फोन किसी चीनी ब्रांड का रीब्रांडेड वर्जन तो नहीं है। टेक एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ट्रंप परिवार ने पहले से कोई हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चुपचाप नहीं बनाई है, तो इतने कम समय में इस तरह का पूरा अमेरिकी प्रोडक्ट बना पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।
टेक कंपनी Purism के CEO टॉड वीवर के मुताबिक, आज की तारीख में Librem 5 ही एक ऐसा फोन है जो पूरी तरह अमेरिका में बनाया गया है। लेकिन क्योंकि यह फोन सिर्फ अमेरिका में बनता है, इसकी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्वालिटी उन बड़ी कंपनियों जैसे Apple या Samsung के फोन से कमजोर मानी जाती है। अब बात करें ट्रंप के T1 फोन की, तो अगर ट्रंप इसे “Made in America” कह रहे हैं, तो उन्हें ये साफ-साफ साबित करना होगा कि इस फोन के ज्यादातर पार्ट्स और असेंबली अमेरिका में ही हुई है। वरना ये दावा सिर्फ एक प्रचार की तरह लगेगा। भले ही ट्रंप का T1 फोन इस समय काफी चर्चा में है, लेकिन इसका “Made in USA” होना अब सवालों के घेरे में आ गया है। जब तक पक्के सबूत नहीं दिए जाते, तब तक इस फोन पर “Made in USA” का टैग लगाना बहुत मुश्किल होगा।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Ashutosh Ojha
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