Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Sep 18, 2025, 12:52 PM (IST)
China Nvidia ban
चीन ने अमेरिकी टेक कंपनी Nvidia की AI चिप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन की साइबरस्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने बड़े टेक कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे Nvidia की RTX Pro 6000D चिप्स की खरीद और टेस्टिंग बंद कर दें। यह चिप्स खास तौर पर चीन के बाजार के लिए बनाई गई थीं। इस कदम के बाद अमेरिका और चीन के बीच विवाद और भी गहरा हो गया है। Financial Times की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के अधिकारियों ने कंपनियों से कहा है कि वे Nvidia की प्रतिबंधित चिप्स की टेस्टिंग और खरीद बंद करें।
Nvidia के CEO जेनसन हुआंग ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह स्थिति निराशाजनक है। उन्होंने लंदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘हम केवल उसी बाजार में सेवा दे सकते हैं जहां कोई देश हमें अनुमति देता है‘ उन्होंने बताया कि अमेरिकी और चीनी सरकारों के बीच बड़े मुद्दे हैं, लेकिन वह धैर्य बनाए रखेंगे और चीन की कंपनियों और सरकार का सहयोग जारी रखेंगे। जेनसन हुआंग की बातें इस बात को भी दिखाती हैं कि कैसे ग्लोबल टेक कंपनियों को सरकारी नीतियों और अंतरराष्ट्रीय विवादों के बीच संतुलन बनाए रखना पड़ रहा है।
चीन का यह निर्देश Nvidia के खिलाफ local competition नियमों का उल्लंघन पाए जाने के बाद आया है। नियामकों ने पाया कि Nvidia ने चीन में कुछ नियमों का पालन नहीं किया। इसके साथ ही चीन की सरकार घरेलू टेक्नोलॉजी के विकास को बढ़ावा देना चाहती है और अमेरिकी सप्लायर्स पर निर्भरता कम करना चाहती है। अमेरिका ने भी Nvidia को अपने सबसे अच्छे प्रोडक्ट चीन में भेजने पर रोक लगा दी है, पिछले महीने अमेरिका ने Nvidia से कहा कि कुछ AI चिप्स की बिक्री से मिलने वाली रकम का 15% हिस्सा अमेरिका सरकार को देना होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का यह कदम घरेलू चिप निर्माताओं जैसे Huawei को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा है। चीन चाहता है कि उसकी कंपनियां Global Technology Competition में मजबूत बनी रहें। इस स्थिति से यह साफ हो गया है कि अब ग्लोबल टेक कंपनियों के लिए व्यापार करना पहले से ज्यादा मुश्किल हो गया है। Nvidia जैसी कंपनियों के लिए यह देखना जरूरी है कि वे इस बदलते तकनीकी और राजनीतिक माहौल में कैसे खुद को एडजस्ट करती हैं।