
Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Oct 15, 2025, 12:26 PM (IST)
ChatGPT
OpenAI ने बताया है कि दिसंबर से ChatGPT में एडल्ट और इरोटिक कंटेंट का इस्तेमाल किया जा सकेगा, लेकिन यह सिर्फ उन लोगों के लिए होगा जिन्होंने अपनी उम्र साबित की होगी। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा कि इसका मकसद AI को और ज्यादा यूजर के लिए व्यक्तिगत बनाना है। अब एडल्ट यूजर को उनकी उम्र के हिसाब से कंटेंट इस्तेमाल करने की आजादी मिलेगी। इससे पहले OpenAI ने इरोटिक कंटेंट पर रोक लगाई थी, लेकिन अब यह नियम बदल रहा है। और पढें: OpenAI अब खुद बनाएगा अपने सुपरफास्ट AI Chip, NVIDIA को टक्कर देने की है तैयारी
OpenAI अकेला नहीं है जो AI में रोमांटिक और फ्लर्टिंग फीचर्स की दिशा में काम कर रहा है। एलोन मस्क की xAI पहले ही Grok ऐप में 3D एनीमे-स्टाइल अवतार के जरिए फ्लर्टिंग AI कमपेनियन लॉन्च कर चुकी है। सैम ऑल्टमैन के इस नए ऐलान से यह स्पष्ट होता है कि OpenAI भी इस मुकाबले में शामिल होने जा रहा है। यह कदम बताता है कि अब AI सिर्फ काम करने के लिए नहीं है, बल्कि यह मनोरंजन और व्यक्ति के साथी की तरह भी काम कर सकता है। और पढें: ChatGPT से UPI पेमेंट शुरू, अब बिना ऐप खोले करें शॉपिंग
OpenAI सिर्फ एडल्ट फीचर ही नहीं ला रहा बल्कि ChatGPT का एक नया वर्शन भी आने वाला है जिसे ‘GPT-4o’ कहा जाएगा। पहले GPT-5 ज्यादा रोबोट जैसा और कम दोस्ताना लग रहा था। इसलिए OpenAI ने GPT-4o को वैकल्पिक मॉडल के रूप में वापस पेश किया, ताकि पुराने यूजर्स को उसका पुराना दोस्ताना और गर्मजोशी वाला अंदाज फिर से मिल सके। सैम ऑल्टमैन ने कहा कि पहले की नीतियों ने ChatGPT को बहुत सीमित कर दिया था, जिससे यह कुछ यूजर्स के लिए कम मजेदार और यूजफुल था। और पढें: ChatGPT में अब मिलेगा ‘Mini Apps’ का मजा, Spotify, Canva और बाकी ऐप्स सीधे चैट में करें इस्तेमाल
इन बदलावों के साथ OpenAI ने ‘वेल-बीइंग और AI’ नाम की एक नई टीम भी बनाई है। इसमें आठ रिजर्चर्स और एक्सपर्ट हैं, जो यह देखेंगे कि AI का मानसिक स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है। यह टीम AI के जरिए संवेदनशील या मुश्किल परिस्थितियों में कंपनी की मदद करेगी। कुछ एक्सपर्ट्स ने कहा कि टीम में आत्महत्या रोकने के विशेषज्ञ नहीं हैं। इसके बावजूद सैम ऑल्टमैन ने कहा कि उम्र जांच, भावनात्मक समझ और एडल्ट कंटेंट जैसी सुविधाओं के साथ ChatGPT सिर्फ स्मार्ट ही नहीं, बल्कि इंसान जैसे अनुभव देने वाला भी बनेगा।