Written By Ashutosh Ojha
Published By: Ashutosh Ojha | Published: Dec 26, 2025, 04:28 PM (IST)
Asus
ताइवान की जानी-मानी टेक कंपनी Asus को लेकर एक नई खबर सामने आई है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कंपनी साल 2026 में खुद का RAM (DRAM) बनाना शुरू कर सकती है। यह कदम ऐसे समय में सामने आया है जब पूरी दुनिया में RAM की भारी कमी देखी जा रही है। इसका बड़ा कारण यह है कि बड़ी मात्रा में मेमोरी सप्लाई AI कंपनियों को दी जा रही है, ताकि वे बड़े डेटा सेंटर्स बना सकें। ऐसे में PC और लैपटॉप बनाने वाली कंपनियों को RAM की सप्लाई में दिक्कत हो रही है अगर Asus वाकई में खुद RAM बनाती है तो इससे वह न सिर्फ बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है बल्कि अपने प्रोडक्ट्स के लिए जरूरी स्टॉक भी सुरक्षित कर पाएगी।
Persian टेक वेबसाइट Sakhtafzarmag की एक रिपोर्ट के अनुसार, Asus साल 2026 की Second Quarter (Q2) के अंत तक DRAM बनाने के लिए अलग प्रोडक्शन लाइन लगाने की योजना बना रही है। रिपोर्ट में विश्वसनीय सूत्रों का हवाला देते हुए कहा गया है कि अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो जुलाई 2026 से मेमोरी चिप्स का निर्माण शुरू हो सकता है। हालांकि इस रिपोर्ट में यह साफ नहीं किया गया है कि Asus कच्चा माल कहां से खरीदेगी, किस तरह की फैब्रिकेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगी और इतनी बड़ी इंडस्ट्री लगाने के लिए जरूरी भारी निवेश कैसे करेगी। DRAM बनाना एक बेहद महंगा और तकनीकी रूप से मुश्किल काम माना जाता है।
वैश्विक RAM की कमी के कारण कई कंपनियां पहले से ही चिंता में हैं। HP जैसी बड़ी कंपनी ने भी चेतावनी दी है कि अगर RAM की कमी जल्द खत्म नहीं हुई तो डिवाइसेज की कीमतें बढ़ सकती हैं या कम स्पेसिफिकेशन वाले प्रोडक्ट्स लॉन्च किए जा सकते हैं। ऐसे में अगर Asus खुद DRAM बनाती है तो इससे उसे DDR5 RAM की कमी जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है। साथ ही यह भी सवाल उठता है कि Asus इस RAM को आम ग्राहकों के लिए बनाएगी या फिर एंटरप्राइज और डेटा सेंटर मार्केट को टारगेट करेगी, जहां मांग ज्यादा और मुनाफा भी अधिक होता है।
यह समझना जरूरी है कि RAM मॉड्यूल असेंबल करना और RAM चिप्स बनाना दो अलग-अलग चीजें हैं। Asus पहले से ही RAM मॉड्यूल असेंबल करती है, जिसमें तैयार DRAM चिप्स को PCB पर लगाया जाता है लेकिन अगर कंपनी खुद सिलिकॉन DRAM चिप्स बनाएगी तो इसके लिए उसे एक बड़ा सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट लगाना होगा, जिसमें अरबों डॉलर का निवेश और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी की जरूरत होती है। मुनाफा कमाने के लिए डिजाइन, वेफर निर्माण, असेंबली और टेस्टिंग, हर स्तर पर बेहद कम गलती की गुंजाइश होती है फिलहाल यह सब सिर्फ एक अफवाह है और Asus या किसी बड़े इंडस्ट्री एक्सपर्ट ने इसकी पुष्टि नहीं की है।