
Elon Musk ने एक बार फिर से X (Twitter) यूजर्स को झटका दे दिया है। लंबे पोस्ट, ए़डिट पोस्ट, लॉन्ग वीडियो और ब्लू-टिक के साथ-साथ TweetDeck (X Pro) के लिए भी चार्ज लेना शुरू कर दिया है। बिना X प्रीमियम (Twitter Blue) सब्सक्रिप्शन वाले यूजर्स अगर TweetDeck (X Pro) पर जाते हैं तो उन्हें प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लेने के लिए कहा जा रहा है। यूजर्स को एक पॉप-अप मिल रहा है, जिसमें यूजर्स को प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के साथ आगे बढ़ने के लिए कहा जा रहा है। जो यूजर प्रीमियम सब्सक्रिप्शन नहीं ले रहे हैं, उन्हें डायरेक्ट Twitter पर रिडायरेक्ट किया जा रहा है और वहां से पोस्ट करने का विकल्प मिल रहा है।
बता दें पिछले महीने 3 जुलाई को एलन मस्क ने घोषणा की थी कि यूजर्स TweetDeck (X Pro) को सब्सक्राइबर-ओनली फीचर के तौर पर इस्तेमाल कर सकेंगे। यह आने वाले 30 दिनों में रोल आउट किया जाएगा। हालांकि, कंपनी ने 3 अगस्त तक इसे रोल आउट नहीं किया था, लेकिन अब कई यूजर्स को बिना प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के Tweet Deck इस्तेमाल करने के लिए नहीं दिया जा रहा है।
पिछले साल ट्विटर (अब X) को टेकओवर करने के बाद एलन मस्क ने इसे एक रेवेन्यू जेनरेशन वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बना दिया है। इस प्लेटफॉर्म पर ब्लू-टिक (X Premium) यूजर्स को बेसिक यूजर्स के मुकाबले कई नए और अच्छे फीचर्स दिए जा रहे हैं। प्रीमियम यूजर्स को लंबे पोस्ट, पोस्ट फॉर्मेटिंग, ऐड रेवेन्यू शेयरिंग, लंबे वीडियो पोस्ट के साथ-साथ ब्लू वेरिफिकेशन टिक मिलते हैं। X का कहना है कि प्रीमियम यूजर्स को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तरफ से प्रायरिटी दी जाती है, जिसकी वजह से उनके पोस्ट ज्यादा यूजर्स को विजिबल होते हैं।
TweetDeck का ट्विटर ने साल 2011 में टेक ओवर किया था। इससे पहले यह एक थर्ड-पार्टी ऐप की तरह काम कर रहा था, जिसमें यूजर्स अपने ट्वीट्स को पोस्ट के साथ-साथ शेड्यूल कर पाते हैं। इसके अलावा इसमें मल्टीपल अकाउंट को ऐड किया जा सकता है। यही नहीं, यूजर्स TweetDeck में मल्टीपल कस्टम फीड जोड़ सकते हैं। ट्विटर (X) का यह फीचर खास तौर पर मार्केटर्स, जर्नलिस्ट्स और बिजनेस यूजर्स के लिए काफी मददगार है।
एलन मस्क ने Twitter का X में रीब्रांडिंग करने के साथ-साथ TweetDeck को भी X Pro में रीब्रांडिंग कर दिया था। मस्क अपने माइक्रोब्लॉगिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के हर अच्छे फीचर्स को रेवेन्यू जेनरेशन का सोर्स बना रहा है। कंपनी पिछले साल काफी घाटे में थी, जिसकी वजह से हजारों कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Harshit Harsh
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