
Truecaller ने यूजर्स को फर्जी कॉल्स से निजात दिलाने के लिए AI बेस्ड पर्सनल असिस्टेंस लॉन्च किया है। यह वॉइस असिस्टेंस यूजर्स की जगह इन कॉल्स को अटेंड करेगा। ट्रूकॉलर ने अपनी इस सर्विस को लॉन्च करते हुए कहा कि यह आर्टिफिशियल असिस्टेंस तुरंत पता लगा लेता है कि कौन सा कॉल यूजर के लिए जरूरी है और कौन सा नहीं। इसकी वजह से यूजर्स की हाई प्रायरिटी वाली कॉल्स को रिस्पांस किया जा सकेगा। कंपनी का दावा है कि यह वॉइस असिस्टेंस हाई एक्युरेसी के साथ अपने काम करता है।
Truecaller ऐप में आया यह वॉइस असिस्टेंस फीचर मशीन लर्निंग (ML) पर काम करता है। AI टूल यूजर्स के फोन पर आने वाले सभी कॉल्स की स्क्रीनिंग करता है ताकि फर्जी कॉल्स की पहचान की जा सके। कंपनी अपने इस AI टूल को डिजिटल रिसेप्शनिस्ट बता रहा है। इसके अलावा ट्रू कॉलर का यह असिस्टेंट कॉलर्स की स्पीच को ट्रांसक्राइब भी कर सकता है। यही नहीं, यह असिस्टेंट यूजर की जगह बातचीत भी कर सकता है।
ट्रू कॉलर ने इस वॉइस असिस्टेंट को भारतीय यूजर्स के लिए 14 दिनों के ट्रायल पर लॉन्च किया है। शुरुआत में यूजर्स इस सर्विस को 14 दिनों तक फ्री में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ कंपनी ने Truecaller Premium Assistant प्लान भी पेश किया है, जिसके लिए हर महीने 149 रुपये का भुगतान करना होगा। लॉन्च ऑफर के तहत कंपनी यूजर्स को 99 रुपये महीने में सब्सक्रिप्शन प्लान फिलहाल ऑफर कर रही है। इस फीचर को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में पहले ही लॉन्च किया जा चुका है। जल्द ही इसे अन्य देशों में भी लॉन्च किया जाएगा।
Author Name | Harshit Harsh
Select Language