अगर आप Android यूजर हैं और Google Play Store से ऐसे ही कोई भी ऐप डाउनलोड कर लेते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। iRecorder – Screen Recorder नाम का एंड्रॉइड ऐप पिछले 1 साल से यूजर्स की जासूसी कर रहा था। लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, यह एंड्रॉइड ऐप बिना यूजर्स की इजाजत के उनका डेटा कलेक्ट कर उसे आगे डेवलपर्स तक पहुंचा रहा है। अगर आपने भी इस ऐप को अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड कर रखा है, तो इसे तुरंत डिलीट कर दीजिए। आइए जानते पूरी डिटेल्स।
The Verge की लेटेस्ट रिपोर्ट में ESET सिक्योरिटी रिसर्चर का हवाला देते हुए इस खतरनाक Android ऐप की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट की मानें, तो iRecorder – Screen Recorder नाम का यह एंड्रॉइड ऐप हर 15 मिनट में यूजर्स के आसपास की ऑडियो रिकॉर्ड करके Encrypted लिंक के जरिए उसे डेवलपर्स को शेयर कर रहा था।
साल 2021 में लॉन्च हुआ था ऐप
रिसर्चर के मुताबिक, इस ऐप को Google Play store पर 19 सितंबर 2021 को लॉन्च किया गया था। उस वक्त यह केवल एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग ऐप था, लेकिन 1 साल बाद अगस्त 2022 में डेवलपर्स ने ऐप का 1.3.8 वर्जन रोलआउट किया।
नए अपडेट के बाद यूजर्स की जासूसी करने लगा ऐप
डेवलपर्स ने इस अपडेट के जरिए इस ऐप में खतरनाक कोड इंजेक्ट किया, जिसके बाद यह ऐप लोगों की जासूसी करने लगा। ऐप का यह कोड open-source AhMyth Android RAT (remote access trojan) बेस्ड था। यह ऐप हर 15 मिनट में यूजर्स के आसपास की ऑडियो रिकॉर्ड करता था। इसके बाद Encrypted लिंक के जरिए रिकॉर्डिंग को डेवलपर्स सर्वर पर शेयर कर देता था।
तुरंत कर दें डिलीट
इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से 50,000 से ज्यादातर यूजर्स डाउनलोड कर चुके हैं। इन 50,000 से ज्यादा यूजर्स की जासूसी यह ऐप पिछले 1 साल से कर रहा है। हालांकि, जैसे ही इस ऐप की असलियत सामने आई और लोगों ने इसे रिपोर्ट करना शुरू किया, तो Google ने तुरंत इसे Play store से रिमूव कर दिया है। अब यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध नहीं है। वहीं, जो यूजर्स इस ऐप को अपने फोन में डाउनलोड कर चुके हैं, वह तुरंत इसे अनइंस्टॉल करके डिलीट कर दें।