
iPhone 15 के नाम पर लोगों को स्कैम का शिकार बनाया जा रहा है। इंडिया पोस्ट ने एक ऑनलाइन स्कैम के बारे में चेतावनी जारी की है। इसमें साइबर क्रिमिनल सरकार के पोस्टल डिपार्टमेंट लोगो के साथ एक मेलेसियश मैसेज भेज रहे हैं। मैसेज में फ्री iPhone 15 देने का झूठा दावा भी किया जा रहा है। X (Twitter) पर एक पोस्ट के जरिए इंडिया पोस्ट ने लोगों को इस तरह के मैसेज से सावाधान रहने को कहा है। आइये, इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।
इंडिया पोस्ट ने अपने ट्वीट में कहा है कि कृपया सावधान रहें! इंडिया पोस्ट अनऑफिशियल पोर्टल या लिंक के जरिए कोई गिफ्ट नहीं दे रहा है। इन मैसेज के जरिए लोगों से उनकी पर्सनल डिटेल मांग रहे हैं और उनके पैसे का घोटाला कर रहे हैं।
ऑनलाइन एक्टिविटीज और डिजिटल बैंकिंग का यूज बढ़ने के साथ-साथ यूजर्स को अनवेरिफाईड लिंक पर क्लिक करते समय सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि ये एक्टिविटीज उनकी प्राइवेट एक्टिविटी की जानकारी को खतरे में डाल सकती हैं। ऐसी किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। एक क्लिक करके आपको लाखों का नुकसान हो सकता है। अभी यह साफ नहीं है कि वास्तव में इस घोटाले को किस प्रकार चलाया जा रहा है।
Apple इसे दूर करने के लिए अपग्रेड की सुविधा दे रहा है। कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपग्रेड से संबंधित जानकारी दी गई है। ऐसे किसी भी स्कैम का शिकार होने के बाद आप 1930 नंबर पर कॉल करके इसकी शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा, आप https://cybercrime.gov.in वेबसाइट पर जाकर भी शिकायत कर सकते हैं।
📢 Please be careful!
India Post is not giving any kind of gift through any unofficial portal or link 🚫
For any information related to India Post please follow the official website 👇🏻https://t.co/drWKt7Fa8R pic.twitter.com/IC6Nb6X0sU
— India Post (@IndiaPostOffice) September 21, 2023
इस घोटाले से बचने के साथ-साथ एप्पल यूजर्स को एक और बात का ध्यान रखना होगा। हाल में एप्पल यूजर्स के लिए सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। आईफोन और एप्पल के अन्य डिवाइस पर इंटरनेट का यूज कर रहे हैं। Indian Computer Emergency Response Team (CERT) ने एप्पल यूजर्स को एक अलर्ट जारी किया है।
Webkit ब्राउजर में सेफ्टी से जुड़ी कमी पाई गई है। इसका यूज सफारी और दूसरे कई ब्राउजर कर रहे हैं। इससे एप्पल आईफोन से लेकर एप्पल वॉच तक, कंपनी के कई प्रोडक्ट्स को लेकर खतरा है। कमी की वजह से अटैकर्स एप्पल डिवाइस पर कंट्रोल कर सकते हैं।
टेक्नोलॉजी और ऑटोमोबाइल की लेटेस्ट खबरों के लिए आप हमें व्हाट्सऐप चैनल, फेसबुक, यूट्यूब और X, पर फॉलो करें।Author Name | Mona Dixit
Select Language