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Elon Musk के AI चैटबॉट Grok ने की अभद्र टिप्पणियां, कई देशों में मचा बवाल, एक ने तो लगा दिया बैन

एलन मस्क का AI चैटबॉट Grok एक बार फिर विवादों में है। नया अपडेट मिलने के बाद इसने अभद्र टिप्पणियां शुरू कर दीं, जिससे दुनियाभर में हड़कंप मच गया। भारत से लेकर तुर्की तक इसकी भाषा पर सवाल उठने लगे और एक देश ने तो इस पर बैन तक लगा दिया।

Published By: Ashutosh Ojha | Published: Jul 10, 2025, 11:09 AM (IST)

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news और पढें: Elon Musk का तोहफा- X पर आपके सवालों का जवाब देगा Grok AI, वो भी बिल्कुल फ्री

एलन मस्क की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI द्वारा बनाए गए AI चैटबॉट Grok को हाल ही में नया अपडेट दिया गयाइस अपडेट के बाद चैटबॉट ने कई ऐसे जवाब देने शुरू कर दिए जो आपत्तिजनक और गाली-गलौज भरे थेभारत में यह तब चर्चा में आया जब इसने कई प्रमुख नेताओं के नाम लेकर अभद्र टिप्पणियां कींरिपोर्ट्स के अनुसार, Grok ने एडल्फ हिटलर की तारीफ करते हुए यहूदी विरोधी बातें भी कही थींएलन मस्क ने कहा था कि इस अपडेट से Grok बेहतर हो जाएगा, लेकिन इसके बाद तो उसने और ज्यादा भड़काऊ और मजाक उड़ाने वाली चीजें देने शुरू कर दिए

कंपनी ने मानी गलती, उठाए कदम

xAI और Grok की आधिकारिक टीम ने बुधवार को माना कि चैटबॉट से कुछ गलत और आपत्तिजनक पोस्ट हुए हैंटीम ने कहा कि जैसे ही उन्हें इन बातों की जानकारी मिली, उन्होंने ऐसे कंटेंट को हटाना शुरू कर दिया और अब चैटबॉट को ऐसा कंटेंट पोस्ट करने से पहले रोकने के लिए फिल्टर लगाए गए हैंकंपनी ने कहा कि उनका मकसद Grok को ऐसा बनाना है जो एकदम सही जवाब दे और नफरत फैलाने से बचे

तुर्की में Grok पर बैन

विवाद इतना बढ़ गया कि तुर्की की एक अदालत ने चैटबॉट Grok पर बैन लगाने का आदेश दे दियाखबरों के मुताबिक, Grok ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन, उनकी मां और देश के संस्थापक मुस्तफा कमाल अतातुर्क के खिलाफ बेहद अपमानजनक बातें कही थींइसके बाद अंकारा के लोक अभियोजक ने तुर्की के इंटरनेट कानून के तहत कार्रवाई की मांग कीअदालत ने इस पर सहमति जताते हुए टेलीकॉम विभाग को Grok पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया

पहले भी हो चुके हैं विवाद

यह पहली बार नहीं है जब Grok को लेकर विवाद हुआ होइस साल की शुरुआत में भी यह चैटबॉट कई बार नस्लीय मुद्दों, खासकर दक्षिण अफ्रीका मेंव्हाइट जेनोसाइडजैसे विवादित विषयों को बिना कारण के उठाता रहातब भी कंपनी ने सफाई दी थी कि यह एक ‘अनऑथराइज्ड बदलाव’ की वजह से हुआ। ऐसे में बार-बार हो रही इन घटनाओं से xAI की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं। कंपनी को अब अपने चैटबॉट को सही और सुरक्षित बनाना एक बड़ी चुनौती बन गया है।