
एलन मस्क की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI द्वारा बनाए गए AI चैटबॉट Grok को हाल ही में नया अपडेट दिया गया। इस अपडेट के बाद चैटबॉट ने कई ऐसे जवाब देने शुरू कर दिए जो आपत्तिजनक और गाली-गलौज भरे थे। भारत में यह तब चर्चा में आया जब इसने कई प्रमुख नेताओं के नाम लेकर अभद्र टिप्पणियां कीं। रिपोर्ट्स के अनुसार, Grok ने एडल्फ हिटलर की तारीफ करते हुए यहूदी विरोधी बातें भी कही थीं। एलन मस्क ने कहा था कि इस अपडेट से Grok बेहतर हो जाएगा, लेकिन इसके बाद तो उसने और ज्यादा भड़काऊ और मजाक उड़ाने वाली चीजें देने शुरू कर दिए।
xAI और Grok की आधिकारिक टीम ने बुधवार को माना कि चैटबॉट से कुछ गलत और आपत्तिजनक पोस्ट हुए हैं। टीम ने कहा कि जैसे ही उन्हें इन बातों की जानकारी मिली, उन्होंने ऐसे कंटेंट को हटाना शुरू कर दिया और अब चैटबॉट को ऐसा कंटेंट पोस्ट करने से पहले रोकने के लिए फिल्टर लगाए गए हैं। कंपनी ने कहा कि उनका मकसद Grok को ऐसा बनाना है जो एकदम सही जवाब दे और नफरत फैलाने से बचे।
विवाद इतना बढ़ गया कि तुर्की की एक अदालत ने चैटबॉट Grok पर बैन लगाने का आदेश दे दिया। खबरों के मुताबिक, Grok ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन, उनकी मां और देश के संस्थापक मुस्तफा कमाल अतातुर्क के खिलाफ बेहद अपमानजनक बातें कही थीं। इसके बाद अंकारा के लोक अभियोजक ने तुर्की के इंटरनेट कानून के तहत कार्रवाई की मांग की। अदालत ने इस पर सहमति जताते हुए टेलीकॉम विभाग को Grok पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया।
यह पहली बार नहीं है जब Grok को लेकर विवाद हुआ हो। इस साल की शुरुआत में भी यह चैटबॉट कई बार नस्लीय मुद्दों, खासकर दक्षिण अफ्रीका में ‘व्हाइट जेनोसाइड’ जैसे विवादित विषयों को बिना कारण के उठाता रहा। तब भी कंपनी ने सफाई दी थी कि यह एक ‘अनऑथराइज्ड बदलाव’ की वजह से हुआ। ऐसे में बार-बार हो रही इन घटनाओं से xAI की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं। कंपनी को अब अपने चैटबॉट को सही और सुरक्षित बनाना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
Author Name | Ashutosh Ojha
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