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Donald Trump बोले-Intel के CEO तुरंत हटाओ, बताया देश के लिए खतरा, चीन कनेक्शन पर मचा बवाल

अमेरिका की राजनीति और टेक इंडस्ट्री में जबरदस्त हलचल मच गई है। डोनाल्ड ट्रंप ने सीधे Intel के CEO पर निशाना साधते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर दी है। वजह? चीन से जुड़े पुराने रिश्ते और अमेरिका की सुरक्षा पर खतरे का दावा। आइए जानते हैं क्या है मामला।

Published By: Ashutosh Ojha | Published: Aug 07, 2025, 08:17 PM (IST)

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Intel कंपनी के CEO Lip-Bu Tan से तुरंत इस्तीफा मांगा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा, “Intel का CEO पूरी तरह से कॉन्फ्लिक्टेड है और उसे तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। इस मुद्दे का और कोई समाधान नहीं है।” ट्रंप का यह बयान उस समय आया जब वॉशिंगटन में Lip-Bu Tan के चीन से पुराने रिश्तों को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। ट्रंप के पोस्ट के वायरल होने के बाद Intel के शेयरों में 3% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई, जिससे कंपनी की बाजार छवि को नुकसान हुआ।

पुराने संबंधों पर सवाल और जांच की मांग

Lip-Bu Tan मार्च 2025 में Intel के CEO बने थे। लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या Intel ने उन्हें नियुक्त करने से पहले उनके पुराने रिकॉर्ड की सही जांच की थी। अमेरिकी रिपब्लिकन सीनेटर टॉम कॉटन ने इस मामले को सबसे जोरदार ढंग से उठाया है। उन्होंने Intel के बोर्ड चेयरमैन को चिट्ठी लिखकर पूछा कि क्या Cadence Design Systems के साथ Lip-Bu Tan के कार्यकाल के दौरान हुए नियम उल्लंघनों की जांच की गई थी। Cadence पर आरोप है कि उसने चीन की मिलिट्री यूनिवर्सिटी को अवैध रूप से चिप डिजाइन टूल्स बेचे थे। साथ ही Lip-Bu Tan की चीन की सेमीकंडक्टर कंपनियों में निवेश को लेकर भी चिंता जताई गई है।

अमेरिका की चिप सप्लाई चेन

कॉटन की चिट्ठी में एक और बड़ा मुद्दा उठाया गया Intel की भागीदारी अमेरिकी सरकार की “Secure Enclave” प्रोग्राम में है, जिसका मकसद अमेरिका के चिप सप्लाई चेन को सुरक्षित बनाना है। यह प्रोग्राम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है और इसमें टैक्सपेयर का पैसा भी लगाया जा रहा है। ऐसे में टॉम कॉटन ने मांग की है कि Lip-Bu Tan के सभी पुराने निवेश और संबंधों की पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या Intel के बोर्ड ने Lip-Bu Tan से CEO बनने से पहले चीन की कंपनियों में उनके निवेश बेचने को कहा था या नहीं।

Intel ने क्या दिया जवाब

Reuters की एक रिपोर्ट के अनुसार, Lip-Bu Tan ने 2012 से 2024 के बीच 200 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश चीन की टेक और चिप कंपनियों में किया था। कुछ निवेश उन्होंने बाद में बेच दिए थे, लेकिन चीन के सार्वजनिक रिकॉर्ड में उनका नाम अभी भी कुछ कंपनियों से जुड़ा हुआ दिखता है। Intel ने इस विवाद पर एक छोटा बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि कंपनी और Lip-Bu Tan, दोनों अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं और वे सांसदों के साथ मिलकर सभी सवालों के जवाब देने को तैयार हैं। हालांकि इस पूरे विवाद का क्या असर होगा, यह कहना मुश्किल है, लेकिन इतना तय है कि मामला जल्द शांत होता नहीं दिख रहा।