Written By Ashutosh Ojha
Edited By: Ashutosh Ojha | Published By: Ashutosh Ojha | Published: Jul 30, 2025, 01:36 PM (IST)
ChatGPT
OpenAI ने ChatGPT में एक नया फीचर ‘स्टडी मोड’ लॉन्च किया है, जिसका मकसद छात्रों की क्रिटिकल थिंकिंग यानी सोचने-समझने की क्षमता को बढ़ावा देना है। यह फीचर मंगलवार को सभी लॉग इन यूजर्स (Free, Plus, Pro और Team प्लान) के लिए शुरू किया गया है। आने वाले हफ्तों में यह ChatGPT Edu सब्सक्राइबर्स को भी मिलने लगेगा। इस मोड में ChatGPT सीधा जवाब देने की बजाय छात्रों से सवाल पूछेगा, हिंट देगा और उन्हें खुद सोचने के लिए प्रेरित करेगा। और पढें: OpenAI ने लॉन्च किया GPT-5.2, जानिए ये पुराने मॉडल की तुलना में कैसे है बेहतर
OpenAI का यह कदम AI पर बढ़ती चिंता के जवाब में उठाया गया है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में सामने आया कि ChatGPT से निबंध लिखवाने वाले छात्रों के दिमाग की एक्टिविटी, खुद रिसर्च करने वाले छात्रों की तुलना में कम होती है। इसी को देखते हुए ‘स्टडी मोड’ ऐसा बनाया गया है जिससे छात्र AI पर निर्भर न होकर खुद सीखने की कोशिश करें। और पढें: ChatGPT में ही अब इस्तेमाल कर पाएंगे Photoshop, Express और Acrobat, Adobe ने किया बड़ा ऐलान
As ChatGPT becomes a go-to tool for students, we’re committed to ensuring it fosters deeper understanding and learning.
Introducing study mode in ChatGPT — a learning experience that helps you work through problems step-by-step instead of just getting an answer. pic.twitter.com/B8VbRYJH6r
— OpenAI (@OpenAI) July 29, 2025
हालांकि यह मोड पूरी तरह से छात्र की इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। अगर कोई छात्र चाहे तो वह स्टडी मोड बंद करके नॉर्मल ChatGPT की तरह सीधा जवाब पा सकता है। OpenAI की VP ऑफ एजुकेशन, लिया बेल्स्की ने बताया कि अभी तक ऐसा कोई फीचर नहीं है जिससे माता-पिता या स्कूल इसे जबरदस्ती ऑन रख सकें। भविष्य में कंपनी इस तरह के ऑप्शन पर विचार कर सकती है।
2022 में जब ChatGPT लॉन्च हुआ था, तब अमेरिका के कई स्कूलों ने इसे बैन कर दिया था। लेकिन 2023 आते-आते शिक्षकों और स्कूलों ने इसे अपनाना शुरू कर दिया, क्योंकि अब यह मान लिया गया कि AI को शिक्षा में सही तरीके से इस्तेमाल करना जरूरी है। OpenAI के इस कदम से पहले AI कंपनी Anthropic ने भी अपने Claude चैटबॉट में ‘लर्निंग मोड’ शुरू किया था। अब देखना यह है कि छात्र इस ‘स्टडी मोड‘ को कितना अपनाते हैं और क्या वे सिर्फ जवाब पाने की बजाय समझने की कोशिश करते हैं या नहीं।