सोशल मीडिया ऐप Snapchat ने भारत में 200 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर्स का आंकड़ा पार करने की खुशी में My AI चैटबॉट लॉन्च किया है। इस चैटबॉट की खूबी है कि यह यूजर को गिफ्ट सिलेक्ट करने के साथ ट्रिप प्लान करने में मदद करता है। इतना ही नहीं यह यूजर डिनर व लंच के लिए रेसिपी भी सजेस्ट करता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस चैटबॉट को फरवरी में ग्लोबली रिलीज किया जा चुका है। Also Read - Microsoft Build 2023 में हुए 5 बड़े ऐलान: AI Copilot से लेकर Bing ChatGPT सपोर्ट तक, देखें लिस्ट
इतने मिलियन यूजर को ऐप पर फोटो देखना है पसंद
कंपनी के अनुसार, Snapchat की मंथली एक्टिव यूजर की संख्या 200 मिलियन पार कर चुकी है और उनमें से 120 मिलियन यूजर प्लेटफॉर्म पर शेयर की गई फोटो व वीडियो देखना पसंद है। वहीं, 50 बिलियन ऐसे यूजर भी हैं, जो AR लेंस का उपयोग करते हैं। Also Read - लॉन्च से पहले iPhone 15 सीरीज की वीडियो लीक, शानदार डिस्प्ले के साथ मिलेगा USB-C पोर्ट!
यह आंकड़ा फेस्टिव सीजन में तेजी से बढ़ता है। बता दें कि इस समय ऐप की ग्लोबल एक्टिव यूजर की संख्या 750 मिलियन है। इनमें 90 प्रतिशत यूजर की उम्र 18 से 24 वर्ष है। Also Read - Oppo Reno 10 Series हुई लॉन्च, जानें कीमत और सभी स्पेसिफिकेशन
Snap ने कहा कि भारत में Snapchat कम्युनिटी तेजी से बढ़ रही है। इसलिए हम अपनी टीम को बढ़ाने के साथ-साथ प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाने पर काम कर रहे हैं। कंपनी ने आगे यह भी कहा कि हमने भारतीय यूजर्स को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए अलग-अलग रोल के लिए हायरिंग भी शुरू की है।
जल्द तैयार होगा ई-कॉमर्स ईकोसिस्टम
स्नैपचैट भारत में लोकल ई-कॉमर्स ईकोसिस्टम तैयार करना चाहता है। कंपनी ने इसके लिए और अपने AR एनेबल्ड ऐप के लिए भारतीय कारोबारियों के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी से देश के लोगों को बहुत फायदा होगा।
पिछले महीने Snap Map में आया यह फीचर
आपकी जानकारी के लिए याद दिला दें कि स्नैपचैट ने पिछले महीने अपने Snap Map में लोकेशन शेयरिंग सुविधा को जोड़ा था। इस सुविधा के आने से अब लोकेशन में मौजूद लैंडमार्क 3D फॉर्मेट में नजर आता है। जब भी यूजर अपनी लोकेशन शेयर करेंगे, तो दूसरे यूजर को मैप में बिटमोजी दिखाई देगी। यह बिटमोजी आपका कार्टून अवतार होगी।
स्नैप मैप में फीचर ऐड करने से पहले कंपनी ने अपने AR Lens Studio के लिए Ray Tracing टेक्नोलॉजी को शामिल करने का फैसला लिया था। यह तकनीक ऐसी फोटो तैयार करने में सक्षम है, जो एकदम असली लगती है। फिलहाल, इस तकनीक के इंटिग्रेशन पर काम चल रहा है। उम्मीद है इस टेक्नोलॉजी को जल्द सिस्टम में जोड़ा जाएगा।