Low Battery Anxiety: स्मार्टफोन की लो बैटरी से परेशान होते हैं भारतीय यूजर्स, रिपोर्ट में खुलासा

Low Battery Anxiety: सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, 72 प्रतिशत भारतीय यूजर्स लो बैटरी होने पर परेशान हो जाते हैं। यूजर्स स्मार्टफोन की बैटरी खराब होने पर फोन तक बदल देते हैं।

Published By: Harshit Harsh | Published: May 05, 2023, 03:38 PM (IST)

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Low Battery Anxiety: क्या आप भी अपने स्मार्टफोन की लो बैटरी से परेशान होते हैं? मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint Research की हाल में आई रिपोर्ट में दावा किया है कि स्मार्टफोन की लो बैटरी (Low Battery) से 72 प्रतिशत भारतीय यूजर्स परेशान होते हैं। फोन की डिस्चार्ज होती बैटरी भारतीय यूजर्स को गुस्सा दिलाते हैं। इस रिपोर्ट में इसे लो बैटरी एनजाइटी (Low Battery Anxiety) का नाम दिया है। इसका यूजर्स पर मानसिक प्रभाव पड़ता है। ज्यादातर यूजर्स फोन की बैटरी कम होने पर परेशान हो जाते हैं।

लो बैटरी करती हैं परेशान

इस स्टडी के मुताबिक, 65 प्रतिशत भारतीय स्मार्टफोन यूजर्स ने माना है कि फोन की खत्म होती बैटरी से उसका मूड खराब हो जाता है। वहीं, 72 प्रतिशत यूजर्स का मानना है कि फोन की बैटरी 20 प्रतिशत पर पहुंचने पर वो परेशान हो जाते हैं। जबकि, 40 प्रतिशत यूजर्स का कहना है कि वो सोने से पहले और उठने के साथ सबसे पहले फोन की स्क्रीन को देखते हैं। यह दर्शाता है कि यूजर अपने स्मार्टफोन से कितना लगाव करते हैं?

इस स्टडी में यह भी सामने आया है कि 87 प्रतिशत स्मार्टफोन यूजर्स अपना फोन चार्जिंग के दौरान इस्तेमाल करते हैं और अपने फोन को दिन में कम से कम दो बार चार्ज करते हैं। 60 प्रतिशत भारतीय यूजर्स का कहना है कि वो बेहतर बैटरी के लिए फोन भी बदल देते हैं।

स्मार्टफोन कंपनियां होंगी अलर्ट

स्टडी में लो बैटरी एनजाइटी को 6 अलग-अलग कैटेगरी में रखा गया है, जिनमें Worry/anxiety, आइसोलेटेड, हेल्पलेस, मिसिंग आउट होने का डर, नर्वस और असुरक्षित शामिल हैं। एनजाइटी सबसे कॉमन इमोशन है, जिसे 28 प्रतिशत रेस्पोंडेंट ने चुना है। इस रिपोर्ट के आने के बाद भारतीय यूजर्स को फायदा मिल सकता है।

स्मार्टफोन कंपनियां बैटरी लाइफ और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्टर को बेहतर बना सकती हैं। साथ ही, मैन्युफेक्चरर्रस नए स्मार्टफोन बाजार में उतारने पर भारतीय यूजर्स की मानसिकता के आधार पर फोन की बैटरी को बेहतर करने की कोशिश करेंगे।

बड़ी बैटरी और फास्ट चार्जिंग कर रहे ऑफर

पिछले कुछ साल में Samsung, Infinix, Realme, Redmi जैसे ब्रांड्स ने अपने स्मार्टफोन में 6000mAh या इससे ऊपर की बैटरी देना शुरू कर दिया है। इसकी वजह से स्मार्टफोन को एक दिन में दो बार चार्ज करने की नौबत नहीं आती है। साथ ही, ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी Google भी बेहतर बैटरी लाइफ के लिए सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन ऑफर कर रही है।

इसके अलावा फोन की बैटरी तेजी से चार्ज करने के लिए कंपनियां 210W तक का फास्ट चार्जर ऑफर कर रही हैं। आजकल लॉन्च होने वाले बजट फोन में भी कम से कम 33W फास्ट चार्जिंग ऑफर किया जा रहा है, जो फोन को चार्ज होने का समय लगभग आधा कर देते हैं।