Written By Ajay Verma
Published By: Ajay Verma | Published: Mar 27, 2023, 05:00 PM (IST)
भारत का पहला क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक पर आधारित टेलीकॉम नेटवर्क लिंक लॉन्च हो गया है। यह सर्विस अभी संचार भवन और राष्ट्रीय राजधानी में सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्थित National Informatics Centre के कार्यालय के बीच उपलब्ध है। इस खास तकनीक वाली सर्विस को फिलहाल आम यूजर्स के लिए रिलीज नहीं किया गया है। और पढें: अंडमान और निकोबार आइलैंड बनेगा ग्लोबल इंटरनेट हब, अश्विनी वैष्णव ने किया बड़ा ऐलान
केंद्र टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने आज यानी सोमवार को इंटरनेशनल क्वांटम एनक्लेव इवेंट के दौरान देश के पहले क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक पर आधारित टेलीकॉम नेटवर्क लिंक के शुरू होने की जानकारी दी है। और पढें: Google Maps की छुट्टी करेगाा Mappls भारत का अपना स्वदेशी ऐप, कठिन चौराहों का मिलेगा 3D जंक्शन व्यू
इस सर्विस को टेस्टिंग के तौर पर अभी संचार भवन और एनआईसी के बीच शुरू किया गया है। ऐसे में कयास लगाएं जा रहे हैं कि आने वाले महीनों में इस नेटवर्क को सभी के लिए रोलआउट किया जाएगा। और पढें: हर भारतीय के लिए खुशखबरी, आएगा AI safety framework, डीपफेक वीडियो पर लगेगी लगाम
दूरसंचार मंत्री वैष्णव इवेंट के दौरान कहा कि हमने ‘हैकाथॉन’ प्रतियोगिता का आयोजन किया है, जिसके तहत क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक वाले टेलीकॉम लिंक को हैक करने पर 10 लाख का इनाम दिया जाएगा।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि टेलीकॉम नेटवर्क लिंक के सिस्टम में जिस एनक्रिप्शन का उपयोग किया गया है, उसे ब्रेक करना बिल्कुल भी आसान नहीं है। यदि कोई उसे सीमित समय में हैक कर लेता है, तो उसे इनाम की राशि दी जाएगी।
टेलीकॉम मिनिस्टर वैष्णव ने बताया कि इस टेलीकॉम नेटवर्क लिंक को C-DoT ने बनाया है। साथ ही उन्होंने कंपनियों से इस सिस्टम के पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का भी अनुरोध किया है, जिससे भारतीय रेलवे में कम्युनिकेशन नेटवर्क बेहतर हो सकें।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में 5G नेटवर्क को शुरू हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन अब 6G की तैयारियां शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह 6G के टेस्टिंग बेड को लॉन्च किया।
साथ ही, इस नेटवर्क के विजन से जुड़े दस्तावेज को भी साझा किया गया। उस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इससे डिजिटल इंडिया अभियान को ताकत मिलेगी। इससे देश का विकास तेजी से होगा।