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अटल बिहारी वाजपेयी को क्यों कहा जाता है भारत में टेलीकॉम क्रांति का जनक? जानें 5 बड़ी बातें

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है। उन्हें भारत में संचार क्रांति का जनक कहा जाता है। उनकी सरकार ने भारत में मोबाइल सर्विस का जाल बिछाने के लिए कई तरह के रिफॉर्म्स किए हैं।

Edited By: Harshit Harsh | Published By: Harshit Harsh | Published: Aug 16, 2023, 11:46 AM (IST)

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Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 5वीं पुण्यतिथि है। वो 16 मई 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने थे। 19 मार्च 1998 से लेकर 22 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री के पद पर रह चुके थे। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में संचार और टेक्नोलॉजी सेक्टर में कई तरह के रिफॉर्म्स किए गए, जिसकी वजह से उन्हें संचार क्रांति का ‘जनक’ कहा जाता है। आज हम 4G, 5G और 6G टेक्नोलॉजी की बात कर रहे, जिसकी आधारशिला अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में रखी गई थी। आइए, जानते हैं अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा टेक्नोलॉजी और टेलीकॉम सेक्टर में किए गए रिफॉर्म्स के बारे में…

  • वाजपेयी सरकार में नई टेलीकॉम पॉलिसी बनाई गई, जिसमें तय लाइसेंस फीस को हटाकर रेवेन्यू शेयरिंग की व्यवस्था की गई थी। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के इस कदम की वजह से विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) के एकाधिकार को खत्म कर दिया गया था। इसकी वजह से भारत में 2G/3G/4G और 5G नेटवर्क की आधारशिला रखी गई।
  • वाजपेयी सरकार में टेलीकॉम सेक्टर से संबंधित मामलों को कोर्ट में तेजी से निपटारा किया गया। इसके बाद भारतीय दूरसंचार नियामक (TRAI) की सिफारशों को लागू किया जा सका, जो मौजूदा टेलीकॉम पॉलिसी का आधार बना।
  • अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मोबाइल सर्विस से देश को जोड़ने के लिए स्पैक्ट्रम का तेजी से आवंटन हुआ। यही नहीं, देश के गावों-गावों तक टेलीफोन सेवा को पहुंचाया जा सका।
  • वाजपेयी सरकार में टेलीकॉम कंपनियों के लिए कई नीतियां और कानून तैयार किए गए। भारत संचार निगम यानी BSNL के लिए एक अलग पॉलिसी तैयार की गई।
  • टेलीकॉम के साथ-साथ टेक्नोलॉजी सेक्टर में भी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ‘जय जवान, जय किसान’ वाले नारे में ‘जय विज्ञान’ शब्द जोड़ा था।
  • अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने 11 मई 1999 को पहली बार नेशनल टेक्नोलॉजी डे के तौर पर मनाया था, जिसके बाद से हर साल यह दिन देश के टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम कर रहे लोगों के लिए समर्पित रहता है।

टेक्नोलॉजी और टेलीकॉम सेक्टर में किए गए रिफॉर्म्स की वजह से उन्हें भारतीय संचार क्रांति का ‘जनक’ कहा जाता है। जिसकी वजह से देश के शहरों और गावों की कनेक्टिविटी बेहतर हो सकी। कल यानी 15 अगस्त 2023 को पीएम मोदी ने लालकिला के प्राचीर से 6G सर्विस के लिए टास्क-फोर्स गठित करने की बात कही है। पीएम मोदी ने वाजपेयी के 2018 में वाजपेयी के ‘जय विज्ञान’ के नारे के बाद उसमें ‘जय अनुसंधान’ शब्द को जोड़ा है।