
MeitY यानी मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने एक बार फिर से यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी खास तौर पर Google Chrome ब्राउजर के लिए जारी किया है। एजेंसी ने इस चेतावनी को हाई रिस्क कैटेगरी में रखा है। क्रोम ब्राउजर की इस खामी को कई वर्जन में देखा गया है, जिसकी वजह से यूजर्स को वित्तीय नुकसान हो सकता है। यह सरकारी एजेंसी साइबर सिक्योरिटी से जुड़े मामलों की जांच करती है साथ ही, किसी सिक्योरिटी थ्रेट का पता चलने पर यूजर्स को आगाह भी करती है।
CERT-In ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि गूगल क्रोम ब्राउजर में कई तरह की दिक्कतों का पता चला है, जिसकी वजह से साइबर अपराधी आर्बिटरी कोड को एक्जीक्यूट करके यूजर्स की सेंसेटिव जानकारियों को चुरा सकते हैं। चेतावनी में कहा गया है आर्बिटरी कोड का एक्सेस मिलने के बाद यूजर के सिस्टम से महत्वपूर्ण जानकारियां चुराई जा सकती है। CERT-In ने गूगल क्रोम की इस दिक्कत को कई फैक्टर्स में जांच किया है, जिनमें वेब पेमेंट API, SwiftShader, Vulkan, Video और WebRTC आदि शामिल हैं।
इससे पहले सिक्योरिटी फर्म ने भारतीय रेलवे को फर्जी Rail Connect मोबाइल ऐप को लेकर चेताया था, जिसमें साइबर अपराधी यूजर्स को फर्जी रेल कनेक्ट ऐप का लिंक भेजकर उनकी निजी जानकारियां चुरा रहे थे और डिवाइस हैक कर रहे थे। सिक्योरिटी फर्म ने हाल में कई तरह के साइबर फ्रॉड को लेकर यूजर्स को चेतावनी जारी की है।
– CVE-2023-0927
– CVE-2023-0928
– CVE-2023-0929
– CVE-2023-0930
– CVE-2023-0931
– CVE-2023-0932
– CVE-2023-0933
– CVE-2023-0941
गूगल क्रोम यूजर्स को इस खतरे से बचने के लिए अपने ब्राउजर में लगातार सिक्योरिटी अपडेट डाउनलोड करना होगा। गूगल को जब भी किसी एजेंसी से क्रोम ब्राउजर से जुड़ी शिकायत मिलती है, तो कंपनी उस गड़बड़ी को ठीक करके अपडेट जारी करती है। इस अपडेट को डाउनलोड करना बेहद आसान है।
Author Name | Harshit Harsh
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