Written By Harshit Harsh
Published By: Harshit Harsh | Published: Oct 31, 2023, 05:48 PM (IST)
Image: Apple
Apple iPhone हैकिंग वाला मामला इन दिनों गरमाया हुआ है। विपक्ष के कुछ नेताओं ने अपने ट्विटर (X) हैंडल पर ई-मेल और SMS का स्क्रीनशॉट डालकर सरकार पर जासूसी कराने का आरोप लगाया है। हालांकि, इस मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा है हम कुछ सांसदों द्वारा सोशल मीडिया पर एप्पल से मिले नोटिफिकेशन को लेकर गंभीर हैं। सरकार इस मामले के तह तक जाएगी। हालांकि,एप्पल द्वारा यह एडवाइजरी 150 देशों में भेजा गया है। इसके लिए जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। वहीं, एप्पल ने भी विपक्षी नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों पर सफाई दी है। और पढें: iPhone 13 की कीमत में खरीदें iPhone 15, Amazon की डील ने मचाई धूम
विपक्षी नेताओं द्वारा शेयर किए गए पोस्ट में लिखा है, ‘एप्पल का मानना है कि आपको सरकार द्वारा स्पॉन्सर्ड अटैकर्स निशाना बना रहे हैं, जो दूर बैठकर आपकीी एप्पल आईडी से जुड़े iPhone को हैक करने की कोशिश कर रहे हैं। आशंका है कि ये अटैकर्स आपको अकेले इसलिए टारगेट कर रहे हैं कि आप कौन हैं और क्या करते हैं? अगर आपकी डिवाइस हैक हो जाती है तो वो लोग आपका संवेदनशील डेटा, आपकी बातचीत और यहां तक कि आपका कैमरा और माइक्रोफोन भी दूर बैठकर एक्सेस कर सकेंगे। हालांकि, यह भी हो सकता है कि यह झूठा अलार्म हो, लेकिन इस चेतावनी को गंभीरता से लीजिए।’ और पढें: Rs 45000 से भी कम में मिलेगा iPhone 15, Amazon Great Indian Festival 2025 सेल में मचेगी धूम
We are concerned by the statements we have seen in media from some MPs as well as others about a notification received by them from Apple. The notification received by them as per media reports mentions about ‘state-sponsored attacks’ on their devices. However much of (1/5)
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 31, 2023
Apple ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा है, ‘ऐसा हो सकता है कि कुछ एप्पल थ्रेट नोटिफिकेशन एक गलत अलार्म हो, या कुछ अटैक्स डिटेक्ट नहीं हुए हैं। हम इसकी जानकारी देने में असमर्थ हैं कि हमें किस वजह से यूजर्स को यह थ्रेट नोटिफिकेशन जारी करना पड़ा है, क्योंकि इससे सरकार द्वारा प्रायोजित अटैक्स को अनुकूलित करने में मदद मिल सकती है।’
Apple कहता है कि उनके डिवाइस हैक नहीं हो सकते हैं। इसके लिए डिवाइस में Apple सिक्योरिटी API लगा है, जो डिवाइस के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के जरिए यूजर के डेटा को सुरक्षित रखता है। इसके अलावा एप्पल के डिवाइसेज में टू-फैक्टर सर्टिफिकेशन फीचर मिलता है, जो उन लोगों को भी डिवाइस एक्सेस करने से रोकता है, जिनको पासवर्ड पता हो। वहीं, यूजर्स अपने iPhone, iPad आदि में पासकोड फीचर को इनेबल कर सकते हैं।
एप्पल ने यूजर डेटा को प्रोटेक्ट करने के लिए फेसियल आईडी, लॉकडाउन मोड जैसे कई फीचर्स दिए हैं। यूजर्स इन फीचर्स का इस्तेमाल करके अपने डिवाइस को सिक्योर कर सकते हैं। यही नहीं, जब हैकर्स यूजर्स के एप्पल डिवाइस को अटैक करते हैं, तो उनके पास iMessage के जरिए एक सिक्योरिटी वार्निंग भी मिलती है।