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अरे वाह! अब खोई हुई चीजे ढूंढ निकालेगा AI टेक्नोलॉजी से बना यह रोबोट, जानें कैसे करेगा काम

रिसर्चर्स कीम टीम ने एक नया रोबोट डेवलप किया है। इस रोबोट को AI टेक्नोलॉजी से प्रोग्राम किया गया है, जो कि खोए हुए सामान को ढूंढने में इंसानों की मदद करता है। आइए जानते हैं इस रोबोट से जुड़ी सभी डिटेल्स।

Published By: Manisha | Published: May 15, 2023, 07:00 PM (IST)

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Highlights

  • यह रोबोट AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से प्रोग्राम किया गया है
  • यह 'ऑब्जेक्ट-डिटेक्शन एल्गोरिद्म' का इस्तेमाल कर चीजों को करेग ट्रैक
  • गुम हुई चीजों को ढूंढने में मदद करेगा यह AI रोबोट
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क्या आप अक्सर समान कहीं रखकर भूल जाते हैं? अगर हां… तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। इंसानों की इस समस्या को टेक्नोलॉजी की मदद से दूर करने की कोशिश की जा रही है। जी हां, लेटेस्ट रिपोर्ट्स की मानें तो Canada में मौजूद University of Waterloo की रिसर्चर्स टीम ने एक नया रोबोट डेवलप किया है। इस रोबोट को AI टेक्नोलॉजी से प्रोग्राम किया गया है, जो कि खोए हुए सामान को ढूंढने में इंसानों की मदद करता है। आइए जानते हैं इस रोबोट से जुड़ी सभी डिटेल्स।

इन लोगों की मदद करेगा यह रोबोट

Economictimes की लेटेस्ट रिपोर्ट में डेवलप हुए इस नए रोबोट की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट की मानें, तो Canada की University of Waterloo में मौजूद रिसर्चर्स की टीम ने खासतौर पर यह AI टेक्नोलॉजी बेस्ड रोबोट डिमेंशिया से पीड़ित लोगों की मदद के लिए बनाया है। बता दें, डिमेंशिया बीमारी में अक्सर लोग कुछ-मोटी चीजें कहीं रखकर भूल जाते हैं, जैसे अपनी घड़ी, चश्मा व किताब आदि। कई केस में लोग अपने जीवनकाल की घटनाओं व अपनी जिंदगी से जुड़े लोगों को भी भूल जाते हैं। हालांकि, डिमेंशिया के शुरुआती लक्षण छोटी-मोटी चीजें कहीं रखकर भूल जाना है।

शुरुआती स्तर पर डिमेंशिया से पीड़ित लोगों की मदद के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू की टीम ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस यह रोबोट तैयार किया है। इस टीम में शामिल पोस्ट-डॉक्टोरल रिसर्चर अली अयूब ने कहा कि इसके लॉन्ग-टर्म इम्पैक्ट काफी एक्साइटिंग होंगे।

कैसे गुम हुई चीजों को ढूंढेगा यह रोबोट?

रोबोट को कैमरा फीचर के साथ डेवलप किया गया है, जो कि किसी भी चीज की वीडियो अपनी मेमोरी में स्टोर कर लेता है। यह रोबोट हर चीज के लिए एक मेमोरी लॉग बनाता है। इसके लिए टीम ने रोबोट में ‘ऑब्जेक्ट-डिटेक्शन एल्गोरिद्म’ का इस्तेमाल किया है, जो कि चीजों को डिटेक्ट, ट्रैक और याद रखने में मदद करता है। गुम हुई चीजों को ढूंढने के लिए रोबोट स्टोर किए हुए वीडियो की मदद से गुम हुए सामान को ढूंढ निकालता है। इतना ही नहीं यह ऑब्जेक्ट को तारीक और समय के साथ रिकॉर्ड करता है, ऐसे में चीजों को ढूंढने में काफी आसानी होगी।

इस रोबोट की टेस्टिंग की जा चुकी है, जिसमें टीम ने पाया कि इसके रिजल्ट्स काफी हद तक सही हैं। वहीं अब यूजर स्टडी कंडक्ट की जाने वाली है, जिसमें पहल बिना डिमेंशिया वाले लोगों पर इसकी टेस्टिंग होगी और फिर डिमेंशिया से पीड़ित के साथ इसकी टेस्टिंग की जाएगी।