
TikTok शॉर्ट वीडियो शेयरिंग और सोशल मीडिया ऐप पर हाल ही में अमेरिका, यूके और कनाडा ने बैन लगाया है। इन देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा की वजह से सरकारी अधिकारियों के डिवाइस में इस ऐप को बैन कर दिया है। अब इस लिस्ट में एक और देश का नाम जुड़ गया है। न्यूजीलैंड ने भी पश्चिमी देशों के नक्शे कदम पर चलते हुए TikTok को सरकारी अधिकारियों के फोन और टैबलेट से अनइंस्टॉल करने का आदेश जारी किया है। साथ ही, इस ऐप को तत्काल प्रभाव से बैन कर दिया है।
इससे पहले साल 2020 में भारत ने इस चीनी ऐप को यूजर्स डेटा चोरी और देश की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने की वजह से बैन कर दिया था। इस वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म को चीनी कंपनी Bytedance ने डेवलप किया है। चीनी कंपनी पर यूजर्स डेटा को चीन की सरकार के साथ शेयर करने का आरोप है। यही वजह है कि कई देशों में टिक-टॉक को बैन कर दिया है।
पिछले दिनों अमेरिकी जो बाइडेन की सरकार ने सरकारी एजेंसियों को 30 दिनों के अंदर अपने डिवाइसेज से TikTok समेत चीनी सॉफ्टवेयर और ऐप्स को हटाने के लिए कहा है। चीनी ऐप्स और सॉफ्टवेयर किसी भी देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है। अमेरिका के 50 से ज्यादा राज्यों में इस ऐप को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।
अमेरिका के बाद कनाडा सरकार ने भी चीनी ऐप को सरकारी डिवाइसेज से हटाने का आदेश जारी किया है। सरकार ने एंजेसियों को TikTok के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। साथ ही, कर्मचारियों को ऐप डाउनलोड करने से मना कर दिया है।
वहीं, यूरोपीय संसद और यूरोपीय कमीशन के साथ यूरोपीय काउंसिल ने TikTok के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इन एजेंसियों के कर्मचारी पर टिकटॉक इस्तेमाल और डाउनलोड करने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। 20 मार्च तक सभी को अपने डिवाइसेज से इसे अनइंस्टॉल करने के लिए कहा गया है।
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