
Google Play Protect के लिए नया अपडेट जारी हुआ है। इस नए अपडेट के साथ यूजर्स को अपने स्मार्टफोन में रीयल टाइम स्कैनर मिलता है, जो डिवाइस में इस्टॉल्ड किसी भी थर्ड पार्टी ऐप्स को डिटेक्ट कर लेता है। गूगल का यह अपडेट यूजर्स के स्मार्टफोन से डेटा चोरी को रोक सकता है। गूगल प्ले प्रोटेक्ट का यह अपडेट थर्ड पार्टी ऐप्स या किसी ऐप का APK फाइल फोन में इंस्टॉल करने पर चेतावनी जारी करता है। यही नहीं, यह अपडेट यूजर्स को थर्ड पार्टी ऐप को इंस्टॉल करने से भी रोकता है। सामने आई एक रिपोर्ट में गूगल प्ले प्रोटेक्ट के इस अपडेट की जानकारी शेयर की गई है। यह अपडेट फिलहाल चुनिंदा यूजर्स के लिए रोल आउट किया गया है। जल्द ही, यह सभी यूजर्स के लिए आ सकता है।
TechCrunch की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल प्ले प्रोटेक्ट की यह मेलवेयर डिटेक्शन कैपिबिलिटी पिछले महीने आयोजित हुए Google India 2023 में अनाउंस हुई थी। इस फीचर के जरिए डेवलपर्स को गूगल प्ले स्टोर पर ऐसै ऐप लिस्ट करने से रोकता है, जो यूजर्स को ट्रैक करे। यह फीचर प्ले स्टोर पर मौजूद ऐसे ऐप्स को हानिकारक मार्क कर देता है, ताकि यूजर्स इन्हें डाउनलोड करने से पहले सतर्क हो सके। यही नहीं, इस फीचर के जरिए 5 लोन ऐप्स को भी ब्लॉक किया गया। इन लोन ऐप्स में कोड एनालिसिस फीचर मौजूद थे।
Google For India 2023 इवेंट में गूगल ने प्ले प्रोटेक्ट के इस फीचर के बारे में बताते हुए कहा था कि इसके जरिए साइबर अपराधियों को यूजर के डिवाइस का एक्सेस करने से रोगा जाएगा। इससे पहले प्ले प्रोटेक्ट के लिए गूगल मशीन लर्निंग फीचर के जरिए डिवाइस में मौजूद मेलवेयर की पहचान पहले से मौजूद डेटाबेस के आधार पर करता था। इसकी वजह से नए मेलवेयर की पहचान मुश्किल होती थी। Play Protect का यह फीचर नए मेलवेयर को भी डिवाइस में जाने से पहले रोक सकता है। इसके लिए गूगल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI का इस्तेमला किया है।
iOS की तरह गूगल ने इसमें साइड लोड ऐप्स की गुंजाइस खत्म कर दी है। अब यूजर को अपने Android फोन में उन थर्ड पार्टी ऐप्स को इंस्टॉल नहीं कर पाएंगे, जो प्ले प्रोटेक्ट द्वारा वेरिफाइड नहीं होगा। हालांकि, यूजर APK यानी एंड्रॉइड पैकेज के जरिए ऐप्स को परमिशन देकर इंस्टॉल कर सकेंगे।
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