
Written By Manisha
Published By: Manisha | Published: Jun 03, 2025, 03:09 PM (IST)
Amazon-Flipkart की फेस्टिव सेल के दौरान कई धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं। अक्सर आपने सुना होगा कि किसी ने ऑनलाइन सेल के दौरान लाखों की कीमत का फोन या फिर लैपटॉप ऑर्डर किया हो, लेकिन जब पैकेज खोलते हैं तो उसमें साबुन की टिक्की या फिर ईंट निकलती है। इसी तरह की पैकेज टेम्परिंग से बचने के लिए अब ई-कॉमर्स जाइंट Amazon ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, कंपनी इन दिनों अपने पैकेज पर एक स्पेशल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है। यदि पैकेज डिलीवर होने से पहले उसके साथ कोई छेड़छाड़ हुई होगी, तो एक स्पेशल पिंक या फिर लाल निशान के साथ आपको इसकी जानकारी लग जाएगी। यदि आपको भी अपने अमेजन पैकेज पर यह पिंक या लाल निशान दिखे, तो आप उसे लेने से तुरंत मना कर दें। आइए जानते हैं सभी डिटेल्स। और पढें: Vivo V60e 5G यहां हुआ 3400 रुपये सस्ता, मिलेंगे 200MP कैमरा और 6500mAh बैटरी जैसे धाकड़ फीचर्स
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में यूजर ने Amazon पैकेजिंग की एक तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर में एक व्हाइट लेबल दिखाई दे रहा है, जिसमें Pink Dot से जुड़ी जानकारी दी गई है। जानकारी के मुताबिक, यदि ग्राहकों को अमेजन पैकेज पर कहीं भी इस तरह का पिंक डॉट दिखाई देता है, तो वो उस पैकेज को एक्सेप्ट करने से मना कर सकते हैं। और पढें: iPhone 16e को 45,990 रुपये में खरीदने का मौका, Amazon-Flipkart नहीं, यहां मिलेगी डील
Heat activated. Woah. pic.twitter.com/y5fQPMcXl2
— Sujit 🇮🇳 (@skh27) June 1, 2025
दरअसल, Amazon ने अपने पैकेज के साथ एक खास टेम्पर-प्रूफ टेक्नोलॉजी पेश की है। इस टेक्नोलॉजी के तहत एक बार पैकेज पैक होने के बाद उसमें खास तरह के कुछ डॉट्स दिए गए हैं, जो पैकेज ओपन करने से पहले बेरंग होते हैं। हालांकि, जैसे ही उस पैकेज को खोला जाता है, वो डॉट पिंक रंग में बदल जाते हैं। यह संकेत है कि यह पैकेज खोला जा चुका है। यदि आपके हाथ में पिंक डॉट वाला पार्सल आता है, तो आप उसे बिल्कुल न लें।
कई बार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के डिलीवरी एजेंट बीच में घपला करके प्रोडक्ट्स की हेरा-फेरी कर देते हैं। वे सील को ओपन करके उसमें से प्रोडक्ट निकालकर उसमें दूसरा सामान डाल देते हैं और सील लगाकर उसे डिलीवर कर देते हैं। हालांकि, नई टेक्नोलॉजी के बाद यदि ऐसा कुछ होता है, तो ग्राहकों को पैकेज के जरिए ही इसकी जानकारी लग जाएगी।