
Google Maps प्लेटफॉर्म को कंपनी ने रिफ्रेश करने का प्लान तैयार कर लिया है। लेटेस्ट जानकारी के मुताबिक, गूगल ने अपने इस नेविगेशन वाले प्लेटफॉर्म में Immersive View फीचर को शामिल किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया है कि इस फीचर से यूजर्स किसी भी डेस्टिनेशन पर पहुंचने से पहले उसका एक्सपीरियंस कर सकेंगे। जैसे अगर किसी के घर जाना है तो उससे पहले ही उस जगह की गलियां, आसपास का स्थान और पार्किंग जैसी जगह देख सकेंगे। इस फीचर्स में स्ट्रीट व्यू और aerial इमेज की मदद से एक वर्चुअल वर्ल्ड तैयार किया जाता है। इसमें वेदर, ट्रैफिक आदि भी शामिल हैं।
गूगल ने ब्लॉगपोस्ट में कहा है कि गूगल मैप्स के लिए आने वाले immersive mode में एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एलीमेंट्स और कंप्यूटर विजन से एक वर्चुअल वर्ल्ड तैयार किया जाएगा। शुरुआती चरण में इस फीचर को पांच शहरों में जारी किया है, जिनके नाम लंदन, लॉग एंजालिस, न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को और टोक्यो हैं। अगले चरण के तहत इसे जल्द ही एम्सटरडम, डबलिन, फ्लोरेंस और वेनिस सिटी में पेश करेगा।
गूगल मैप्स का लेटेस्ट फीचर कैसे काम करता है, उसके लिए कंपनी ने एक उदाहरण पेश किया है। डेमो में Amsterdam स्थित Rijks museum को दिखाया, जिसमें वर्चुअल वर्ल्ड के अंदर यह म्यूजिक नजई आई और इमेरसिव व्यू से यूजर्स एंट्रेस और वहां मौजूद भीड़ को देख सकते हैं और यह भी जान सकते हैं कि दिन के किस समय कितने लोग रहते हैं। इसके अलावा आसपास मौजूद रेस्टोरेंट और पार्किंग एरिया को चेक किया जा सकता है। इसमें टाइम स्लाइडर का भी ऑप्शन मिलता है।
गूगल ने बताया है कि इसके लिए न्यूरल रेडिएंस फील्ड (NeRF) को एडवांस AI तकनीक से इमेज को एक 3D प्रेसेंस में कंवर्ट किया जाता है। इसके बाद यूजर्स को वर्चुअल वर्ल्ड एक असली दुनिया के जैसा लगता है। गूगल मैप्स उस स्थान का एक फुल मैप्स बनाने की काबिलियत रखती है।
गूगल के पोस्ट में Search with Live View फीचर का भी जिक्र किया गया है, जिसमें AI और ऑग्यूमेंटेंड रिएलिटी की मदद से आसपास मौजूद उपयोगी चीजों को लोकेट किया जाता है और उसे वर्चुअल वर्ल्ड में शामिल किया जाता है। उपयोगी चीजों में
ATM, रेस्टोरेंट, पार्क, रेस्टरूम, पार्किंग, बस स्टैंड आदि शामिल हैं।
Author Name | Rohit Kumar
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