Written By Ajay Verma
Published By: Ajay Verma | Published: Oct 20, 2023, 03:55 PM (IST)
Gaganyaan Mission Test Flight: गगनयान भारत का महत्वकांक्षी ह्यूमन स्पेस मिशन है। ISRO कल, यानी 21 अक्टूबर को गगनयान मिशन के लिए मानवरहित उड़ान परीक्षण शुरू करेगा। यह देश के लिए गौरवशाली पल होगा। आप घर बैठे इस ऐतिहासिक पल को लाइव देख सकते हैं। हम आपको यहां बताने जा रहे हैं कि आप गगनयान की टेस्ट फ्लाइट की उड़ान को कब और कहां लाइव देख सकते हैं। और पढें: Gaganyaan Mission में इंसान से पहले ‘हाफ-ह्यूमनॉइड Vyommitra’ जाएगा अंतरिक्ष में, क्या है इसके पीछे ISRO का मास्टरप्लान?
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो (ISRO) ने ट्वीट कर बताया कि गगनयान के लिए मानवरहित परीक्षण की टेस्ट फ्लाइट 21 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर सतीश धवन अंतरिक्ष क्रेंद से उड़ान भरेगी। इस टेस्ट फ्लाइट को इसरो की आधिकारिक वेबसाइट, फेसबुक पेज और यूट्यूब पर लाइव देखा जा सकता है। इसके अलावा, आप डीडी नेशनल चैनल पर भी इस उड़ान की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं। और पढें: Gaganyaan से पहले ISRO ने इन 6 मिशन के साथ लहराया भारत का परचम
Mission Gaganyaan:
TV-D1 Test Flightऔर पढें: ISRO के गगनयान मिशन में इनका है अहम योगदान
The test flight can be watched LIVE
from 0730 Hrs. IST
on October 21, 2023
at https://t.co/MX54CwO4IUhttps://t.co/zugXQAYy1y
YouTube: https://t.co/75VtErpm0H
DD National TV@DDNational#Gaganyaan pic.twitter.com/ktomWs2TvN— ISRO (@isro) October 19, 2023
गगनयान का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी से इंसान को स्पेस में भेजना है। इस मिशन को साल 2025 में लॉन्च किए जाने की संभावना है। वहीं, 21 अक्टूबर को टेस्ट उड़ान के दौरान नेविगेशन सिस्टम, पावर सप्लाई से लेकर रॉकेट में गड़बड़ी होने के दौरान एस्ट्रोनॉट को पृथ्वी पर सुरक्षित लाने वाले सिस्टम तक की जांच की जाएगी।
इससे फायदा यह होगा कि सभी खामियों को पहले ही ठीक कर लिया जा सकेगा, जिससे असल उड़ान में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इससे मिशन के सफल होने की संभावना बढ़ जाएगी। इस मिशन का ऐलान साल 2018 में किया गया था।
इसरो ने सितंबर की शुरुआत में सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य L-1 को सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया था। यह भारत का पहला सूर्य मिशन है। इस यान को लाग्रेंज प्वाइंट तक पहुंचने में 4 महीने का वक्त लगेगा। अपनी मंजिल पर पहुंचने के बाद यह सूरज की हर गतिविधि पर नजर रखेगा। इस मिशन में कुल 378 करोड़ रुपये का खर्च आया है। यह खर्च चंद्रयान की कॉस्ट से काफी कम है।