Written By Mona Dixit
Published By: Mona Dixit | Published: Feb 13, 2024, 01:00 PM (IST)
Valentine’s Day आने वाला है। प्यार करने वाले इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं और कई तरीकों से इसे मनाते हैं। हालांकि, वे इस बात से अनजान होते हैं कि वे वैलेंटाइम डे पर प्यार की जगह स्कैम का शिकार हो सकते हैं। जी हां, वैलेंटाइम डे पर लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए स्कैमर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी यूज कर रहे हैं। लोगों को इस तरह के स्कैम से बचाने के लिए MSI-ACI ने एक रिसर्च की है। इस रिसर्च में 7 देशों के 7000 एडल्ट्स को शामिल किया गया था। आइये, जानते हैं आपको 14 फरवरी वाले दिन किस तरह के स्कैम से कैसे बचना है। और पढें: DoT ने पेश किया काम का टूल, नहीं होने देगा ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार
ऑनलाइन डेटिंग ट्रेंड के लिए MSI-ACI ने एक रिसर्च की थी। इस रिसर्च के अनुसार, स्कैमर्स लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए AI जनरेटेड फेक प्रोफाइल, रोमांस स्कैम और दूसरे AI टूल्स का यूज कर रहे हैं। डिजिटल दुनिया में प्यार ढूंढ रहे लोगों को इन तरीकों का यूज करके शिकार बना रहे हैं। स्कैमर्स ऑनलाइन पाटर्नस की तलाश कर रहे और गिफ्ट ढूंढ रहे लोगों को इनकी मदद से फंसा रहे हैं। और पढें: Online Safety Tips: ध्यान में रखें काम की बातें, कभी नहीं होगा पर्सनल डेटा चोरी
डेटिंग ऐप का यूज करने वालों को McAfee Labs ने उन्हें ऐप्स का यूज न करने की वार्निंग दी है। कंपनी ने कहा है कि वैलेंटाइन डे पर ऑनलाइ स्कैम बढ़ रहे हैं। ऐसे में मैलवेयर्स 25 प्रतिशत बढ़ गया है। वहीं, मैलेसियस URL 300 प्रतिशत बढ़ गए हैं। और पढें: TRAI Rule: फर्जी लिंक वाले मैसेज पर लगेगी रोक, लागू हुआ नया नियम
इतना ही नहीं, रोमांस थीम वाले स्पैम और ईमेल स्पैम में 400 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। स्कैम ज्यादातर वैलेंटाइन डे पर गिफ्ट खरीदने वालों को अपनी निशाना बना रहे हैं। कंपनी की माने तो इन नंबर्स में 14 फरवरी तक और भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
इसके अलावा, साइबर सुरक्षा कंपनी Tenable के रिसर्चर ने चेतावनी दी है कि भारत में रोमांस स्कैम बढ़ रहे हैं। उनके अनुसार, रोमांस स्कैम में एक बदलाव आया है, जहां स्कैमर्स ट्रेडिशनल टेक्टिस को जेनरेटिव AI और डीपफेक जैसी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ मर्ज कर रहे हैं।
टेनेबल की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में अधिकांश लोग 66% एक ऑनलाइन डेटिंग स्कैम का शिकार हुए है। इसमें एआई-जनरेटेड वॉयस और डीपफेक का यूज किया गया था। 2023 में 43% भारतीय एआई वॉयस स्कैम के शिकार बने और जिन लोगों को धोखा दिया गया, उनमें से 83% ने अपना पैसा खो दिया।
इन प्रकार के स्कैम से बचने के लिए आपको उन लोगों द्वारा शेयर किए गए किसी भी लिंक पर क्लिक करना चाहिए, जिनसे हाल ही में ऑनलाइन कनेक्ट हुए हैं। किसी भी फोटो या वीडियो पर शक है तो सर्क करें और उसके बारे में जानें। ऐसी फोटो के बारे में जरूर सर्च करें, जो बैकग्राउंड छिपाते हैं। रिसर्चर का कहना है कि नए ऑनलाइन कनेक्शन पर पैसों से संबंधित कोई लेनदेन न करें।